क्यों इतनी खास है IIT Bombay, हर साल रहती है टॉपर्स की पहली पसंद
इंटरनेट डेस्क। कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बॉम्बे (आईआईटी-बी) का नाता सालों से काफी गहरा रहा है। जॉइंट एंट्रेस टेस्ट (जेईई-एडवांस्ड) की परीक्षा के बाद टॉपर्स के पहली पसंद आईआईटी बॉम्बे ही रहती है।
आईआईटी संस्थानों के लिए सीटों का आवंटन बुधवार सुबह जारी कर दिया गया था जिसके बाद हर बार की तरह इस साल भी आईआईटी बॉम्बे को ही पहली पसंद के तौर पर देखा जा रहा है।
संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (जोएसएए) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, चार साल के कंप्यूटर साइंस कोर्स में सबसे अधिक आवेदन प्राप्त हुए जिनमें खासकर टॉप रैंक वाले ही हैं जो आईआईटी बॉम्बे में ही एडमिशन लेना चाहते हैं।
जेईई एडवांस के अधिकांश टॉपर का कहना है कि वो आईआईटी मुंबई में ही एडमिशन लेने के बारे में सोच रहे हैं उन्होंने इसके लिए आवेदन कर दिया है अब सीटों का आवंटन कैसे किया जाएगा ये देखने के बाद पता चलेगा। आईआईटी के लिए एडमिशन छात्रों के जेईई-एडवांस्ड स्कोर पर निर्भर करता है, जिसके परिणाम 10 जून को घोषित किए गए थे।
पहली लिस्ट जारी होने के बाद 18,138 छात्र आईआईटी में एडमिशन लेने के लिए योग्य थे जिसके बाद मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय के अनुरोध ने योगय्ता के स्कोर में कुछ बदलाव किए थे जिसके बाद आईआईटी ने और आवेदन स्वीकार किए थे।
आईआईटी में एडमिशन को लेकर यह पहला साल है जब सभी संस्थानों ने लिंग संतुलन सुनिश्चित करने के लिए एचआरडी मंत्रालय की योजना के अनुसार लड़कियों के एडमिशन के लिए 14% (800) अतिरिक्त सीटों को रखा है ताकि आईआईटी में लड़कियों की संख्या बढ़ाई जा सकें।
आपको बता दें यह कोई नई बात नहीं है आईआईटी बॉम्बे में हर साल ही कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के लिए छात्रों का कुछ इस तरह का ही क्रेज रहता है। छात्र अपनी पहली पसंद के तौर पर आईआईटी बॉम्बे को ही रखते हैं।