आजकल युवाओं में विदेश से पढ़ाई करने का काफी क्रेज रहता है और हर साल हजारों छात्र विदेश में पढ़ाई के लिए आवेदन करते हैं, विदेश से पढ़ाई करने के बाद या तो वो छात्र भारत आते हैं या फिर विदेश में नौकरी करते हैं लेकिन आज हम आपको जो बताने जा रहे हैं कि कुछ लोगों में विदेश से पढ़ाई करने के बाद भी देश की सेवा करने की किस तरह से जज्बा रहता है ये पता चलेगा क्योंकि आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो देश के लिए हर हाल में कुछ करना चाहते हैं।

जी हां, आज हम बात कर रहे हैं इल्मा अफोज की जिन्होंने ऑल इंडिया सिविल सेवा में 217वीं रैंक हासिल की थी लेकिन ये इस मुकाम तक कैसे पहुंची वो वाकई में जानने लायक है।

यूपी के मुरादाबाद से आने वाली इल्मा का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था। छोटी उम्र में पिता की मौत हो गई जिसके बाद भाई के ऊपर घर का बोझ आ गया और घर खर्चा चलाने के लिए खेतों में काम तक करना पड़ा।

खेती करने के साथ-साथ इल्मा ने अपनी पढ़ाई को जारी रखा। कुछ लोगों को सिविल सर्विस की परीक्षा की तैयारी करने में कई सालों लग जाते हैं लेकिन गांव में अपने घर में अकेले पढ़ाई करके भी इल्मा ने पहली बार में ही 217वीं रैंक हासिल कर सफलता पाई।

इल्मा की कॉलेज की बात करें तो इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अपना ग्रेजुएशन किया। अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए वो ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी चली गई लेकिन देश के लिए कुछ करने की जील हमेशा से इनके मन में थी।

विदेश में पढ़ने के दौरान दिन-रात अपने गांव और देश के लोगों के लिए कुछ करने के बारे में वो सोचती थी। यही सोच और चिंतन उन्हें वापस देश ले आया और फिर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। देश आने के बाद स्कॉलरशिप से उन्होंने तैयारी शुरू की और सफलता हासिल की।

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