इस यूनिवर्सिटी के छात्र करेंगे चॉकलेट में पीएचडी, लोगों के बीच बना चर्चा का विषय
आपने देश और विदेश की कई यूनिवर्सिटियों में करवाए जाने वाले तरह-तरह के कोर्स के बारे में सुना होगा, जहां लीक से हटकर एकदम हटके कोर्स करवाए जाते हैं। कुछ यूनिवर्सिटी में सिर्फ ऑफबीट कोर्स ही करवाए जाते हैं। आज हम आपको जिस कोर्स के बारे में बताने जा रहे हैं वो हम दावे के साथ कह सकते हैं उसके बारे में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। जी हां, ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी अपने छात्रों को चॉकलेट पर पीएचडी करने के पेशकश कर रही है।
इस यूनिवर्सिटी में से चॉकलेट पर पीएचडी करने वाले छात्रों को हर साल यूनिवर्सिटी की तरफ से 15 हजार पौंड (करीब 12.5 लाख रुपए) का अनुदान भी दिया जाएगा। आपको बता दें कि वेस्ट ऑफ इंग्लैंड यूनिवर्सिटी की तरफ से इस तरह के टॉपिक पर पीएचडी करने का ऑफर छात्रों को दिया गया है।
यूनिवर्सिटी के अनुसार चॉकलेट पर पीएचडी में छात्र चॉकलेट में पाए जाने वाले कोको बीज पर स्टडी करेंगे और पता लगाने की कोशिश करेंगे कि इन बीजों में एक तरह का खास स्वाद क्यों आता है। यह कोर्स या पीएचडी करने के लिए छात्रों को तीन साल का समय दिया जाएगा।
फिलहाल ये माना जा रहा है कि यूनिवर्सिटी की तरफ से इस तरह की पीएचडी करने का ऑफर इसलिए दिया गया है कि वर्तमान में चॉकलेट की जिस तरह से मांग बढ़ रही है उसको देखकर ये माना जा रहा है कि आने वाले समय में लोगों के बीच चॉकलेट की मांग भारी मात्रा में बढ़ जाएगी।
जो उम्मीदवार इसमें रिसर्च करने में रूचि रखते हैं वो यूनिवर्सिटी के हेल्थ एंड एप्लाइड साइंसेज विभाग में 27 फरवरी से पहले आवेदन कर सकते हैं।
इस पीएचडी कोर्स के पीछे यूनिवर्सिटी के साथ अमेरिकी कान्फेक्शनरी मोंडेलेज इंटरनेशनल कंपनी काम कर रही है जो कि पूरी दुनिया में अपनी चॉकलेट के लिए जानी जाती है। इस कंपनी की ओर से कैडबरी, मिल्का, प्रिंस और ओरियो नाम की चॉकलेट सब जगह काफी पसंद की जाती है।