जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में आखिरकार 46 सालों के सूखे के बाद बीते बुधवार को जेएनयू के इतिहास का दूसरा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। इस दीक्षांत समारोह में कुछ खास रहा ना रहा हो लेकिन इसमें आए एक बुजुर्ग ने सभी के सामने एक अलग ही मिसाल पेश की। जी हां, विष्णु स्वरूप सक्सेना जो डाक सेवा के रिटायर कर्मचारी हैं उन्होंने 78 साल की उम्र में पीएचडी की डिग्री ली। जब विष्णु स्वरूप सक्सेना जेएनयूमें पहुंचे तो काफी नए छात्र उन्हें देखकर हैरान रह गए।

इस एतिहासिक मौके पर उनके साथ उनका पूरा परिवार भी था। 78 साल के विष्णु जब पीएचडी की डिग्री लेने के लिए समारोह में बैठे थे तो किसी ने उनसे पूछा कि आप ये डिग्री लेकर अब क्या करेंगे, इस पर उन्होंने बड़ा ही शानदार जवाब दिया और कहा कि आज अगर में जेएनयू में होता तो यहां इस कैंपस में मैं 19 साल का नौजवान समझता।

आपको बता दें कि विष्णु स्वरूप साल 199 8 में 58 साल की उम्र में आने के कारण उनका रिटायरमेंट डाक सेवा से हुआ जिसके बाद वो अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए वापस जेएनयू आ गए। आखिरकार साल 2012 में जाकर उन्होंने जेएनयू से पीएचडी की पढ़ाई शुरू की थी।

जेएनयू के अपने दिनों को याद करते हुए उनका कहना था कि जेएनयू जैसा कैंपस देश में कोई और नहीं है। जेएनयू में आप कोई भी सवाल पूछ सकते हैं और यह पूरी तरह से खुली यूनिवर्सिटी है। इसके अलावा उनका मानना है कि अगर आप दिल से जवान होते हैं तो आप किसी भी उम्र में पढ़ाई शुरू कर सकते हैं।

Related News