जान लीजिए भारत के TOP 5 साइंस कॉलेजों के बारे में सबकुछ
इंटरनेट डेस्क। कॉमर्स और आर्ट के अलावा साइंस इन तीनों स्ट्रीम में से कॉलेज छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय स्ट्रीम है। साइंस कॉलेज में विभिन्न करियर विकल्पों को चुनने के बाद किसी भी छात्र के लिए तकनीकी या गैर तकनीकी तौर पर कई रास्ते आगे के लिए खुल जाते हैं।
इसलिए समय बर्बाद किए बिना आपको आज ही 2018 में भारत के सर्वश्रेष्ठ साइंस कॉलेजों के बारे में जानने की जरूरत है। कट ऑफ लिस्ट आने का दौर तो हर साल की तरह यूं ही चलता रहेगा लेकिन आप अगर साइंस के क्षेत्र में करियर बनाने की सोच रहे हैं तो इन कॉलेजों के बारे में जानना बेहद जरूरी है। आइए आपको बताते हैं साइंस कोर्स के लिए भारत की टॉप 5 कॉलेज कौनसी है।
1. मिरांडा हाउस कॉलेज, दिल्ली
मिरांडा हाउस, लड़कियों के लिए हॉस्टल सुविधा के साथ दिल्ली यूनिवर्सिटी की प्रमुख कॉलेजों में से एक है। इसकी स्थापना 1948 में तत्कालीन कुलगुरू सर मॉरीस ग्वियर द्वारा की गई थी। वहीं इसके लिए नींव का पत्थर लेडी एडविना माउंटबेटन ने रखा था। मिरांडा हाउस में 2,500 से अधिक छात्र हर साल ग्रेजुएशन से लेकर कई तरह के कोर्स करते हैं।
2. हिंदू कॉलेज
120 फैकल्टी और 2,000 से अधिक छात्रों वाला ये कॉलेज साइंस कोर्स के लिए दूसरे स्थान पर काबिज है। कॉलेज में कुशल कर्मचारियों के साथ एक शानदार शैक्षणिक माहौल है। यहां साइंस के कई कोर्स करवाए जाते हैं।
3. स्टीफन कॉलेज
1 फरवरी, 1881 को स्थापित, सेंट स्टीफन दिल्ली का सबसे पुराना कॉलेज है। यह कॉलेज हर साल अपनी हाई कट-ऑफ को लेकर चर्चा में रहता है। दिल्ली यूनिवर्सिटी से पहले यह पंजाब यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आता था।
4. किरोड़ी मल कॉलेज
1954 में बना किरोड़ी मल कॉलेज (केएमसी), सभी शैक्षिक, प्रशासनिक और बहिर्वाहिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रीमियर संस्थानों में से भी इसी को ही माना जाता है। कॉलेज में 19 विभागों के साथ 21 तरह के कोर्स करवाए जाते हैं। यह दिल्ली विश्वविद्यालय में एकमात्र कॉलेज है जो ग्रेजुएशन लेवल पर रसायन विज्ञान में बीएससी करवाता है।
5. लोयोला कॉलेज
लोयोला कॉलेज की स्थापना 1925 में सोसायटी ऑफ जीसस (जेसुइट्स) ने की थी जिसमें योग्य छात्रों के लिए विशेष रूप से कैथोलिक समुदाय से संबंधित छात्रों के लिए विश्वविद्यालय में कोर्स करवाए जाते थे। यद्यपि यह कॉलेज प्राथमिक रूप से कैथोलिकों के लिए है लेकिन जाति और पंथ के बावजूद अन्य छात्रों का भी यहां एडमिशन होता है।