इंटरनेट डेस्क। जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी के एक केंद्र में फेक डिग्रियों के बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कठुआ जिले के इग्नू केंद्र से इस बड़े घोटाले को उजागर किया जिसके बाद यहां लगभग 4,000 छात्रों को परीक्षा में शामिल हुए बिना ही फर्जी डिग्री दे दी गई।

इग्नू के इस केंद्र में घोटाले का पता तब चला जब पुलिस को प्रशांत बंदारी नाम के एक व्यक्ति से एक इनपुट मिला। वह अपने कुछ साथियों के साथ धोखाधड़ी से परीक्षा आयोजित करने और 2014 में बिलावार शहर में स्थापित केंद्र में छात्रों को प्रवेश देने में शामिल था।

इग्नू का क्या कहना है?

इग्नू के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि एजुकेशन को जिस तरह से बर्बाद किया जा रहा है उसके लिए हम गंभीर हैं। विश्वविद्यालय पूरे मुद्दे की जांच कर रहा है जो दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस का क्या कहना है?

पुलिस ने बताया कि लगभग 4,000 छात्रों को इस केंद्र में एडमिशन दिया गया और आज तक इस केंद्र में कोई भी परीक्षा नहीं आयोजित की गई है। केंद्र के माध्यम से नामांकित छात्रों को बिना परीक्षाएं लिए ही डिग्रियां जारी कर दी गई। इस घोटाले में, इग्नू और डाकघर के अधिकारी क्षेत्रीय केंद्रों पर नकली पेपर तैयार करने में शामिल भी बताए जा रहे हैं।

आपको बता दें कि इग्नू के इस केंद्र में दो बार एडमिशन के लिए सत्र चलाए जाते हैं जो कि जनवरी और जुलाई तक होते हैं, वहीं दो परीक्षा सत्र जो कि जून और दिसंबर के महीने में होते हैं। हर साल यहां लगभग 800 से 1,200 छात्रों का नामांकन होता है।

फिलहाल इस मामले में अभी तक, एक मामला दर्ज किया गया है लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

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