कॉलेज हॉस्टलों में नहीं होता ये सब, फिल्मों में दिखाई जाती है सिर्फ बकवास
इंटरनेट डेस्क। हर कोई कॉलेज में जाने वाला छात्र चाहे वो लड़का हों या लड़की सभी के मन में कॉलेज जाने के नाम से क्रेज रहता ही है। इसी के साथ कॉलेज के साथ एक और फेज आता है वो है हॉस्टल का। जिस तरह से हमारी बॉलीवुड फिल्मों में हॉस्टल लाइफ के बारे में बताया जाता है वो देखकर हर कोई बिना वहां पहुंचे ही अपने ही सपने देखने लग जाता है।
लेकिन ये हम सभी को पता है कि कॉलेज के हॉस्टलों में ऐसा कुछ नहीं होता है जो हम फिल्मों में देखते हैं। वहीं सबसे ज्यादा तो लड़कियां, इनका ये मानना होता है कॉलेज हॉस्टल लाइफ के अपने अलग ही मजे हैं तो चलिए आइए गर्ल्स हॉस्टल के बारे में ही थोड़ा औऱ बेहतर और सही तरीके से जानते हैं।
गर्ल्स हॉस्टल –
हॉस्टल में लड़कियां अपने मनपसंद के कपड़े पहनकर घूमती है-
खैर, अगर आप करण जौहर फिल्मों में दिखाए गए किसी गर्ल्स हॉस्टल की कल्पना में जी रहे हों तो आप गलत हों। जिस तरह से उन फिल्मों में दिखाया जाता है ना वैसा कुछ वहां नहीं होता है।
लड़कियां 5 दिन तक कपड़े नहीं बदलती है-
हाँ, क्योंकि कपड़े धोने का काम गर्ल्स हॉस्टल में बहुत ही थकाऊ हो जाता है या कुछ लड़कियां करने में बहुत ही आलसी होती है। इसके अलावा, इसमें और कोई भी बात नहीं है।
लड़कियां हॉस्टलों में बिल्ली की तरह झगड़े करती है-
आपने फिल्मों में देखा होगा कि लड़कियां गर्ल्स हॉस्टल में किस तरह से जानवरों की तरह लड़ाई करती हुई दिखाई देती है लेकिन जरूरी नहीं है कि हर गर्ल्स हॉस्टल में ऐसा होता है इसलिए इस बात पर ज्यादा यकीन ना करें।
लड़कियां हॉस्टल में सिर्फ मेकअप करती हैं-
इस बात में जितनी ही सच्चाई है जितनी कि आपने सुनी है। इसलिए फिल्मों को ज्यादा गंभीरता से ना लें।