हमें जब कोई बीमारी या अन्य समस्या होती है तो हम डॉक्टर के पास जाते हैं और डॉक्टर हमें स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने में मदद करता है। इसके लिए वह परीक्षणों की मदद लेता है और सर्वोत्तम तरीके से उपचार करता है।

डॉक्टर कई अलग-अलग विशेषताओं के आधार पर बनते हैं। बाल रोग विशेषज्ञ शिशुओं और बच्चों का इलाज करते हैं, जबकि जीरोन्टोलॉजिस्ट बुजुर्गों के इलाज में विशेषज्ञ हैं। उसी तरह अन्य समस्याओं जैसे दिल और परिसंचरण तंत्र (हृदय रोग विशेषज्ञ), एंडोक्राइन सिस्टम (एंडोक्राइनोलॉजिस्ट), पाचन तंत्र (गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट), मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र (तंत्रिकाविज्ञानी) या त्वचा (त्वचा विशेषज्ञ ) आदि होते हैं।

आज हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं कि एक डॉक्टर कैसे बन सकते हैं। आइए जानते हैं कि आप डॉक्टर कैसे बन सकते हैं।

डॉक्टर बनने के लिए योग्यता

एमबीबीएस में एंट्री लेने के लिए स्टूडेंट्स के पास 10 + 2 साइंस स्ट्रीम (रसायन विज्ञान, भौतिकी और जीवविज्ञान विषयों के साथ) साथ पास होना जरुरी है।

एंट्रेंस टेस्ट देना

एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए एंट्रेस टेस्ट भी देना होता है। भारत में कुछ प्रमुख चिकित्सा प्रवेश परीक्षाएं हैं - एनईईटी, एएफएमसी, एम्स,

स्टेटवाइस एंट्रेस टेस्ट और इंस्टिट्यूट एंट्रेंस टेस्ट आदि शामिल है।

एडमिशन के लिए आवेदन करें

एंट्रेस टेस्ट देने के बाद उसमे सेलेक्ट होने पर एडमिशन ले लिए अप्लाई करना होता है।

कोर्स पूरा करें

कॉलेज में प्रवेश लेने के बाद कोर्स पूरा करना होता है। ये कोर्स 4.5 साल का होता है और इसके बाद 1 साल इंटर्नशिप पूरी करनी होती है। इसके बाद डॉक्टर का ख़िताब मिलता है।

ध्यान देने योग्य बात

डॉक्टर का खिताब हासिल करने के बाद आप किसी विशेष क्षेत्र में और आगे पढाई करके स्पेशलिस्ट भी बन सकते हैं। इस से आपको और भी अधिक कमाई होगी और आप किसी भी विषय में स्पेशलिस्ट बन सकते हैं।

करियर के अवसर

डॉक्टरी डिग्री हासिल करने के बाद आप प्रशिक्षण लेकर सीख सकते हैं। इसके बाद आप किसी प्राइवेट या गवर्मेंट हॉस्पिटल में नौकरी कर सकते हैं या खुद का क्लिनिक भी खोल सकते हैं।

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