12वीं कक्षा के एग्जाम अब पूरे हो चुके हैं और ऐसे में स्टूडेंट्स के मन में सबसे पहला खयाल यही आता है कि किस फील्ड में करियर बनाया जाए। आज हम आपको उन करियर ऑप्शन्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो स्टूडेंट्स 12वीं कॉमर्स के बाद चुन सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन ऑप्शंस के बारे मे।

1. बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.Com): 12वीं के बाद कॉमर्स में तीन साल का ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो बीकॉम एक अच्छा ऑप्शन है। बीकॉम में स्टूडेंट्स अकाउंटिंग फाइनांस, टेक्सेशन, ऑपरेशंस और दूसरे कई फील्ड्स में बेहतर करियर बना सकते हैं। बीकॉम करियर का पहला स्टेप है।

2. बैचलर ऑफ कॉमर्स (ऑनर्स): स्टूडेंट्स बैचलर ऑफ कॉमर्स (ऑनर्स) और बैचलर ऑफ कॉमर्स में अंतर नहीं जानते हैं। दरअसल, बीकॉम ऑनर्स तीन साल का डिग्री प्रोग्राम है जिसमें कुल मिलाकर 40 विषय होते हैं। इन सब्जेक्ट्स के अलावा स्टूडेंट्स को एक सब्जेक्ट में स्पेशलाइजेशन भी करवाया जाता है। जिनमे अकाउंटिंग, मार्केटिंग मैनेजमेंट, इंटरनेशनल ट्रेड एंड फाइनांस, फाइनांशियल मैनेजमेंट, बैंकिंग या ह्यूमन एंड रिसोर्स मैनेजमेंट और ई कॉमर्स शामिल है।

3. बीकॉम- एकाउंटिंग एंड फाइनांस (B.Com-Accts and Finance) : बैचलर ऑफ कॉमर्स इन अकाउंटिंग एंड फाइनांस 12वीं के बाद किया जाने वाला तीन साल का डिग्री प्रोग्राम है। अकाउंट्स और फाइनेंस में करियर बनाने के लिए ये कोर्स किया जा सकता है। इस डिग्री प्रोग्राम में फाइनांशियल नॉलेज पर ज्‍यादा फोकस किया जाता है। इसे करने के बाद शुरुआत में आप ट्रेनी के तौर पर काम कर सकते हैं।

4. चार्टर्ड अकाउंटेंट: द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स कराता है। इस कोर्स की शुरुआत कॉमन प्रोफिसिएंसी टेस्ट (CPT) से होती है। जिसे क्लियर करना जरूरी होता है। इसमें चार विषयों जैसे मर्केटाइल लॉ, अकाउंटिंग, क्वांटिटेटिव एप्टीटय़ूड और जनरल इकोनॉमिक्स को शामिल किया जाता है। 12वीं के बाद ये एक अच्छा विकल्प है हालाकिं कुछ स्टूडेंट्स इसे ग्रेजुएशन के बाद भी चुनते हैं। लेकिन सीए कोर्स की लंबी अवधि के कारण सीए की शुरुआत का सही समय 12वीं पास करने के बाद का ही होता है।

5 . कंपनी सेक्रेटरी (CS): इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) देश में कंपनी सेक्रेटरी प्रोग्राम चलाता है। साइंस, कॉमर्स और ऑर्ट्स, वाले स्टूडेंट्स जिनके पास फाइन आर्ट्स ना हो, 12वीं के बाद कंपनी सेक्रेटरी कोर्से के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके तीन चरण हैं- फाउंडेशन (आठ महीने), एग्जिक्यूटिव और प्रोफेशनल। ग्रेजुएट उम्‍मीदवारों को आठ महीने के फाउंडेशन कोर्स से छूट होती है उन्हें सीधा इसके दूसरे लेवल यानी एग्जिक्यूटिव लेवल पर एडमिशन मिलता है। तीनों लेवल पूरे करने के बाद अनुभवी या प्रैक्टिस कर रहे कंपनी सेक्रेटरी के साथ 16 महीने की ट्रेनिंग करना जरूरी होता है।

6 . बीबीए: हालांकि किसी भी स्‍ट्रीम से 12वीं करने वाले स्‍टूडेंट बीबीए कर सकते हैं, लेकिन कॉमर्स स्‍टूडेंट्स के बीच यह कोर्स खासा लोकिप्रिय है। इसके अंतर्गत बिजनेस एडमिनिस्‍ट्रेशन के गुर सिखाए जाते हैं। कंपनियों के एचआर, फाइनांस, एड-सेल्‍स और मार्केटिंग डिपार्टमेंट्स में जॉब के लिए एप्‍लाई कर सकते हैं।

Related News