देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज जयंती है। उनका जन्म 25 दिसंबर 1924 में हुआ था। ये उनकी 95वीं बर्थ एनिवर्सरी है। भारतीय राजनीति पितामह अटल बिहारी वाजपेयी एक बेहतरीन राजनेता, श्रेष्ठ कवि तथा प्रखर वक्ता था।

भारतीय राजनीति में वाजेपेयी की उपलब्धियों के अलावा एक पक्ष उनकी निजी जिंदगी भी है। अटल बिहारी वाजपेयी की सुंदर प्रेम कहानी आज भी लोगों के जुबां पर रहती है। भले ही उनका प्रेम शादी के मुकाम तक नहीं पहुंच पाया लेकिन उन्होंने प्रेम का दामन कभी नहीं छोड़ा।

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वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैय्यर के अनुसार, राजकुमारी कौल और अटल बिहारी वाजपेयी की खूबसूरत प्रेम कहानी में रिश्ते कभी चर्चा का कारण नहीं बन सके। साल 2014 में राजकुमारी कौल की मौत के बाद नैय्यर ने लिखा था कि राजकुमारी कौल अटल बिहारी वाजपेयी की सबकुछ थी। उन्होंने अटलजी की जितनी सेवा की उतना कोई नहीं कर सकता। समाचारपत्र इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा था कि राजकुमारी कौल अटलजी की सबसे घनिष्ठ मित्र और उनके जीवन की डोर थी।

80 के दशक में राजकुमारी कौल ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अटलजी के साथ उनके रिश्तों को लेकर उन्हें कभी अपने प्रोफेसर पति ब्रिज नारायण कौल को सफाई नहीं देनी पड़ी।

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अटल बिहारी वाजपेयीः ए मैन ऑफ आल सीजंस लेखक किंशुक नाग के अनुसार, अटल बिहारी वाजपेयी को कॉलेज के दिनों राजकुमारी कौल नामक लड़की से प्यार हुआ और उन्होंने लाइब्रेरी में एक किताब के अंदर लेटर रखा अपने प्यार का इजहार किया था। लेकिन उस पत्र का कोई जवाब नहीं आया, दरअसल वह पत्र राजकुमारी कौल को नहीं मिल पाया था।

इसी बीच राजकुमारी कौल के पिता ने उनकी शादी कॉलेज के प्रोफेसर ब्रिज नारायण कौल से कर दिया। किताब अटल बिहारी वाजपेयीः ए मैन ऑफ आल सीजंस के अनुसार, राजकुमारी कौल वास्तव में अटल बिहारी वाजपेयी से शादी करना चाहती थीं, लेकिन परिजनों के विरोध के चलते ऐसा नहीं हो सका। राजकुमारी कौल की शादी ग्वालियर में हो गई, फिर इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने कभी शादी नहीं की तथा राजनीति में आगे बढ़ते ही चलते गए। करीब डेढ़ दशक बाद ये दोनों फिर मिले जब राजकुमारी कौल के पति दिल्ली के कॉलेज में प्रोफेसर थे। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी आजीवन इस परिवार के साथ रहे। साधारण तरीके से रहने वाली मिसेज कौल हमेशा अटलजी के साथ ही रहीं। लेकिन मिसेज कौल कभी भी अटलजी के साथ विदेश दौरे पर नहीं गईं।

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