आप सभी ने सुना होगा कि पुराने समय में लोग ब्रहा मुहुर्त यानि सूरज निकलने से पहले ही स्नान करते थे। जिससे कारण आपके घर में धन, वैभव, लक्ष्मी सदैव वास करती है। घर में सुख शांति बनाये रखने के लिए शास्त्रों में बताये गए समय पर स्नान करने चाहिए। आज हम आपको शास्त्रों के अनुसार उस समय के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिस समय आपको स्नान करना चाहिए।

इन अंधविश्वासों के पीछे का वैज्ञानिक कारण जानकर रह जाएंगे दंग!

मुनि स्नान

यह सुबह 4 से 5 के बीच किया जाता है। ये सर्वोत्तम स्नान है। इससे घर में सुख, शांति, समृद्धि, विद्या, बल, आरोग्य, चेतना प्रदान करता है। घर में छोटी छोटी बातों को लेकर तनाव का माहौल नहीं बनता है।

देव स्नान

यह स्नान सुबह 5 से 6 के बीच किया जाता है। ये उत्तम स्नान है। इससे यश, कीर्ति, धन, वैभव एवं संतोष की प्राप्ति होती है। घर में सुख शांति बनी रहती है।

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मानव स्नान

यह स्नान सुबह 6 से 8 के बीच किया जाता है. ये सामान्य स्नान है। इससे काम में सफलता, भाग्य, अच्छे कर्मो की सूझ, परिवार में एकता, मंगलमय प्रदान करता है। इसके कारण घर के सभी लोगो का काम में मन लगा रहता है। घर में एक दूसरे को लेकर मन मोटव नहीं होता है।

राक्षसी स्नान

यह स्नान सुबह 8 के बाद किया जाता है. धर्म में निषेध है. दरिद्रता, हानि, क्लेश, धन हानि, परेशानी प्रदान करता है।

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