भारत में नहीं होता है मोबाइल प्रोसेसर का निर्माण, वजह हैं चौंकाने वाली
मोबाइल फोन में सबसे अहम स्थान रखता हैं उसका प्रोसेसर। फोन का प्रोसेसर ही उसकी स्पीड का निर्धारण करता हैं। प्रोसेसर का कार्य हमारे मोबाइल में यूज़र्स के द्वारा दिए गए इनपुट को प्रोसेस करना होता हैं। जिसे बाद में आउटपुट में बदला जाता हैं।
अकसर आपने लोगों को देखा होगा ये बोलते हुए कि, फोन वो ही खरीदना जिसका प्रोसेसर अच्छा हो। हम भी आपको यही सलाह देना चाहते हैं कि, अगर आप एक अच्छा फोन खरीदने जा रहे हैं तो उसकी स्टोरेज के साथ साथ उसका प्रोसेसर और रैम क्षमता पर विशेष ध्यान दे।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि, मोबाइल फोन में काम आने वाले प्रोसेसर का निर्माण भारत में नहीं किया जाता हैं। दरअसल प्रोसेसर के निर्माण के लिए एक विशेष सुविधाओं से युक्त अंडरग्राउंड लैब की जरुरत होती हैं। इस लैब में धूल-मिटटी के कण नहीं होने चाहिए।
अब भारत में धुल-मिटटी रहित स्थान खोज पाना कितना मुश्किल है। यह बात बताने की हमें जरुरत नहीं हैं। वही प्रोसेसर निर्माण के लिए भारत में आवश्यक अंडरग्राउंड लैब का निर्माण करना मुश्किल तो नहीं हैं लेकिन प्रशासन इस बात को सीरियस ले तो यह संभव हो सकता हैं।
दरअसल भारत में प्रोसेसर के लिए विशेष लैब नहीं बना पाना इसलिए भी मुश्किल हैं क्योंकि यहां नेटवर्किंग क्षेत्र में वो सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं जो प्रोसेसर बनाने वाली अंडरग्राउंड लैब के लिए आवश्यक होती हैं। इस मामले पर अभी तक भारतीय सरकार और कंपनियों ने कोई भी पहल नहीं की हैं।