फेसबुक ने अपनी कंपनी का नाम बदल दिया है। फेसबुक ने अपनी कंपनी का नाम बदलकर 'मेटा' कर दिया है। इस पर पहले से ही चर्चा हो रही थी। अब कंपनी सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित नहीं रहना चाहती है। फेसबुक ने खुद को मेटावर्स नई तकनीक में रीब्रांड किया है। इससे पहले, फेसबुक ने घोषणा की थी कि वह संवर्धित और आभासी वास्तविकता के लिए अलग-अलग वित्तीय परिणाम प्रकाशित करेगा। इससे उसके प्रोजेक्ट मेटावर्स में कई अरब रुपये का निवेश होगा। इसके पीछे की वजह फेसबुक का कम एडवरटाइजिंग बिजनेस बताया जा रहा है।

प्रौद्योगिकी और व्यवसाय में मेटावर्स की वही अवधारणा तीव्र गति से बहुत लोकप्रिय हो रही है। मेटावर्स एक बहुत बड़ा शब्द है। मेटावर्स आभासी दुनिया का वातावरण है जिसे लोग इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस कर सकते हैं। कई लोग गेमिंग की दुनिया को बताने के लिए मेटावर्स शब्द का भी इस्तेमाल करते हैं। उपयोगकर्ताओं के पास एक ऐसा चरित्र होता है जो वास्तविक दुनिया की तरह अन्य खिलाड़ियों के साथ चल सकता है और बातचीत कर सकता है। एक विशिष्ट प्रकार का मेटावर्स भी है जो ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करता है। उपयोगकर्ता क्रिप्टोकरेंसी से आभासी भूमि और अन्य डिजिटल संपत्ति खरीद सकते हैं।



वही कई साइंस-फिक्शन फिल्में और किताबें वर्चुअल वर्ल्ड एनवायरनमेंट या मेटावर्स पर बनी हैं। अधिकांश वर्चुअल स्पेस अब वास्तविक जीवन के बजाय एक वीडियो गेम की तरह दिखता है, लेकिन इसके आने के बाद, आप वास्तविक दुनिया के अनुभव को आभासी में ले जा सकेंगे। मेटावर्स के प्रशंसक इसे इंटरनेट विकास का अगला चरण मानते हैं। अब लोग इसे सोशल मीडिया या मैसेजिंग प्लेटफॉर्म जैसे ऑनलाइन इंटरेक्शन पोर्टल्स के साथ करते हैं। मेटावर्स से एक नया ऑनलाइन स्पेस बनाया जाएगा। इस स्पेस में यूजर्स रियल वर्ल्ड की तरह एक-दूसरे से इंटरैक्ट कर पाएंगे। इससे आप वर्चुअल दुनिया में जा सकते हैं। यहां आप अपने दोस्तों या रिश्तेदारों से बात कर सकते हैं और उनके साथ घूमने जा सकते हैं। आप इसमें खरीदारी कर सकते हैं। आप मेटावर्स में अपना घर और कार खरीद सकते हैं और वास्तविक दुनिया की तरह ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

Related News