अमेरिका में अमेरिकी चुनाव 2020 से पहले लघु वीडियो ऐप टिक्टॉक पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। अब ऐसा लगता है कि टिकटोक ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से अपना 'बदला' ले लिया है। क्योंकि चीनी ऐप ने ऐसे समय में डोनाल्ड ट्रम्प को लेकर एक ट्विट किया है जिसे पढ़कर हर तरह इसकी बातें होने लगी है। आपको बता दें कि ट्रंप की पार्टी ने ओपिनियन पोल की उम्मीद से भी बदतर प्रदर्शन किया, जो उन्हें लगभग एक तिहाई समर्थन हासिल करने में मदद करता है।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चीनी एपीपी ने बताया कि उसने चुनाव के बारे में गलत सूचना फैलाने वाले दो रिपब्लिकन-समर्थकों के खातों से वीडियो हटा दिए थे। दो खाते हैं रिपब्लिकन हाइप हाउस और द रिपब्लिकन बॉयज़। रिपब्लिकन हाइप हाउस और रिपब्लिकन बॉयज़ के वीडियो "चुनावी धोखाधड़ी" के बारे में झूठे दावे कर रहे थे। क्योंकि वोटों की गिनती अभी भी जारी है। चीनी ऐप ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी है।


टिक-टॉक ने अपने ट्वीट में कहा है कि ये वीडियो भ्रामक सूचनाओं के साथ हमारी नीतियों के उल्लंघन के लिए हटाए गए हैं। ट्विटर और फेसबुक दोनों अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की गिनती के दौरान ट्रम्प की "बड़ी जीत" और "मतदान धोखाधड़ी" का दावा करने वाले एक पोस्ट को फ़्लैग करने में व्यस्त थे। आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों के दौरान कई बड़े देशों में टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाया है जिसमें भारत भी शामिल है।


भारत में इस ऐप को चीन के साथ हो रहे सीमा रेखा विवाद के बाद प्रतिबंधित किया गया है।

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