ना बेटा न बीवी गांव के इस घर में अकेला रहते थे विकास दुबे, देखे तस्वीरें
कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिस जवानों की हत्या के मामले में मध्यप्रदेश उज्जैन से गिरफ्तार किए गए मोस्टवांटेड विकास दुबे आज पुलिस एनकाउंटर में मारे गए, लेकिन आपको बता दे अपने कारनामो की वजह से विकास दुबे तो मरे गए लेकिन उनके पीछे उनका पूरा परिवार भरा पूरा है, उसकी पत्नी, दो बेटे, माता-पिता और छोटा भाई भी है लेकिन जरायम की गहरी जड़े बना चुके विकास से परिवार के सभी लोग लंबे अर्से से दूर अलग रह रहे हैं।
विकास चौबेपुर के बिकरू गांव में बने पैतृक मकान में अकेला रहता था, उसके पास सिर्फ बीमार वृद्ध पिता रह रहे थे। पिता की सेवा के लिए विकास ने अपने एक सहयोगी और उसकी पत्नी को लगा रखा था। उसकी पत्नी और बच्चे साथ नहीं रह रहे थे।
विकास दुबे के आपराधिक इतिहास के पन्नों के बीच एक प्रेम कहानी की भी इबारत दर्ज है। विकास दुबे ने ऋचा से प्रेम विवाह किया था। घर वालों के विरोध पर ऋचा पिता व भाई के पास लौट गई थी लेकिन बाद में दबाव के चलते फिर वह विकास के साथ रहने लगी थी। मोस्टवांटेड अपराधी बसपा के समर्थन से जिला पंचायत सदस्य रहे विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे जिला पंचायत सदस्य है। उसके दो बेटे हैं, बड़ा बेटा लंदन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है और छोटा बेटा लखनऊ के निजी स्कूल में इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा है। ऋचा छोटे बेटे के साथ लखनऊ के मकान में रह रही थी।