हैकर्स ने बनाया कोरोनावायरस को दोस्त, इस तरह आसानी से कर रहे बैंक अकॉउंट तक पहुंच
देश भर में कोरोनावायरस अपना कहर बरपा रहा है। वहीं साइबर अपराधियों ने वित्तीय साख को चुराने के लिए इसे ही अपना दोस्त बना लिया है और एक नापाक योजना ढूंढ निकाली है।
पिछले कुछ हफ्तों में, COVID-19 संक्रमणों से संबंधित मौतों में भारी वृद्धि हुई है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे वैश्विक महामारी घोषित किया है।
दिसंबर 2019 के अंत से, कोरोनोवायरस, जो पहली बार वुहान में पाया गया था, चीन से 115 से अधिक देशों में फैल गया है, और 125,000 से अधिक लोग इस से संक्रमित हो गए हैं। उनमें से 4,600 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
अफसोस की बात है कि कुछ हैकर कोरोनोवायरस संक्रमण के हीट मैप के साथ एक नकली वेबसाइट बनाकर भोले-भाले उपयोगकर्ताओं को शिकार करने के लिए वैश्विक स्वास्थ्य संकट का दुरुपयोग कर रहे हैं।
वेबसाइट में प्रवेश करते ही, यूजर्स को मानचित्र डाउनलोड करने के लिए कहा जाएगा। लेकिन, इसमें .exe फ़ाइल के साथ एक मैलवेयर (वायरस) होता है और यह कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाता है। कंप्यूटर में जाते ही ये ट्रोजन, अज़ोरौल्ट, रीज़न लैब्स के साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर, शाइ अलफासी के रूप में जाना जाने वाला दुर्भावनापूर्ण सॉफ़्टवेयर कंप्यूटर को पूरा एक्सेस कर लेता है।
दरअसल, यह फर्मवेयर 2016 से सक्रि है। यह अवैध रूप से ब्राउज़िंग इतिहास, कुकीज़, आईडी / पासवर्ड, क्रिप्टोक्यूरेंसी जानकारी, वित्तीय डेटा जैसे क्रेडिट / डेबिट कार्ड नंबर और कंप्यूटर में सेव जानकारी को एक्सेस कर लेता है।
पिछले महीने, हैकरों ने COVID-19 के प्रकोप का दुरुपयोग करते हुए एक समान फ़िशिंग अभियान बनाया था। इसमें वे कोरोनावायरस से बचाव जे उपाय और स्वास्थ्य संबंधी उपायों पर नकली जानकारी वाले ईमेल भेज रहे थे।
अपने पीसी और मोबाइल को ट्रोजन से कैसे बचाएं
1) चाहे आपके पास एक एंड्रॉइड मोबाइल हो या आईओएस-आधारित आईफोन या विंडोज-संचालित पीसी या मैक कंप्यूटर, हमेशा नवीनतम सॉफ्टवेयर के साथ अपने उडिवाइस को अपडेट करें। तीनों Google, Microsoft और Apple नियमित रूप से फर्मवेयर भेजते हैं। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप लेटेस्ट सॉफ़्टवेयर अपडेट करें।
2) अपने पीसी में आपको प्रीमियम एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इनस्टॉल करना होगा, जो 24x7 सुरक्षा प्रदान करता है। जब भी आप अनजाने में एक ऐसी वेबसाइट पर जाते हैं जिसमे वायरस है, तो ये जल्दी से खतरों का पता लगा लेते हैं।
3) बिना जानकारी वाली अनजान वेबसाइट पर न जाएं और 'https' या सिर्फ 'http' वाली साइट का ही उपयोग करें।
4) कभी भी अनजान ईमेल या एसएमएस न खोलें और URL लिंक पर क्लिक ना करें।
5) इसके अलावा, अनजान एप्लिकेशन या सॉफ़्टवेयर कभी भी इंस्टॉल न करें।
6) हमेशा Google Play या Apple App Store या Windows Store से ही ऐप डाउनलोड करें। कभी भी किसी थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर से इंस्टॉल न करें