युनिस खान ने अफरीदी पर लगाए गंभीर आरोप, कहा मेरी कप्तानी के खिलाफ की थी बगावत
पाकिस्तान के 2020 के इंग्लैंड दौरे से पीसीबी ने पूर्व कप्तान और अनुभवी बल्लेबाज यूनिस खान को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया था। हालांकि, उन्होंने इस जून में अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। कयास लगाए जा रहे हैं कि हसन अली से विवाद के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि इस बात का यूनिस खान ने खंडन किया है।
एक टीवी चैनल से बात करते हुए यूनिस खान ने कहा, "मैं यह स्पष्ट कर देता हूं कि मेरे बल्लेबाजी कोच का पद छोड़ने का कारण हसन अली के साथ हुई घटना नहीं है। इस पूरे प्रकरण को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया। हां, ट्रेनर यासिर मलिक ने मुझे हसन अली से बात करने और उसे समझाने के लिए कहा था कि उसे बर्फ से नहाना चाहिए। एक तर्क छिड़ गया, लेकिन हसन ने बाद में माफी मांगी और मामला सुलझा लिया गया। मेरे इस्तीफे की वजह कुछ और थी, लेकिन पीसीबी के साथ मेरा अनुबंध था, इसलिए मैं छह महीने तक इस मामले पर बोलने के लिए तैयार नहीं हुआ। हालांकि पीसीबी में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने चीजें लीक कर उनका भरोसा तोड़ा और उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया।'
वहीं, यूनिस खान ने शाहिद अफरीदी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि 2009 में उन्हें कप्तानी से हटाने के पीछे शाहिद अफरीदी का हाथ था। उन्होंने स्वीकार किया है कि अफरीदी ने उनके खिलाफ अन्य खिलाड़ियों को भी उकसाया और उनके खिलाफ बगावत की और बोर्ड से शिकायत की।
यूनुस ने एक टीवी चैनल से कहा, 'खिलाड़ियों को अगर मुझसे कोई समस्या थी तो उन्हें आकर मुझसे बात करनी चाहिए थी। वे दावा कर रहे थे कि वे मुझे कप्तानी से नहीं हटाना चाहते, बल्कि केवल यही चाहते थे कि क्रिकेट बोर्ड मुझसे बात करे और मुझसे अपना रवैया बदलने के लिए कहे। फिर ऐसा कैसे हो गया कि जब खिलाड़ी पीसीबी के तत्कालीन अध्यक्ष एजाज बट से मिले तो एक सीनियर खिलाड़ी, जाहिर तौर पर अफरीदी ने कप्तान बदलने की मांग की। मेरा मानना है कि यह विद्रोह कप्तान के प्रति उनकी महत्वाकांक्षा से जुड़ा था।