जयपुर।अगले साल फरवरी 2022 में चीन की राजधानी बीजिंग में शीतकालीन खेलों की मेजबानी की जायेंगी है।चीन की राजधानी की मेजबानी से पहले एथेंस से औपचारिक मशाल आने के बाद चीन ने बीजिंग में अपनी ओलिंपिक लौ जलाई है।चीन में शीतकालीन खेल 4 फरवरी से 20 फरवरी तक बीजिंग में आयोजित किए जाएंगे। इसी के साथ बीजिंग ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलिंपिक दोनों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन जाएगा।दूसरी तरफ कोरोना महामारी के कारण विदेशी दर्शकों को बाहर रखा जाएगा।

शीतकालीन खेलों का शुरू करने के लिए नेशनल स्टेडियम के पास एक स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसे एक चिड़िया के घोंसले के आकार का 2008 के ग्रीष्मकालीन खेलों के लिए बनाया गया था। बीजिंग कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख काई क्यूई ने चीन में ओलंपिक लौ के आगमन के प्रतीक के लिए एक कड़ाही जलाई।इस मसाल लौ को 19 अक्टूबर को एथेंस ने छोड़ दिया था और एक लाल लालटेन में बीजिंग भेजी गई थी। जिसे हान राजवंश के मकबरे की कलाकृति की समानता में डिजाइन किया गया था, जिसे सफेद रंग में अलंकृत किया गया था।

चीन में बीजिंग के ओलंपिक पार्क में ओलंपिक ज्योति प्रदर्शित करेगा और अगले साल फरवरी की शुरुआत में 1200 मशालवाहक तीन शहरों बीजिंग, यानकिंग व झांगजियाकौ के माध्यम से लौ ले जाएंगे, जो प्रतियोगिता स्थल हैं।इस स्वागत समारोह में बीजिंग के वाइस मेयर झांग जियानडोंग ने बताया है कि कोरोना वायरस के प्रसार से बचाव की आवश्यकता के कारण मशाल रिले मार्ग को कम किया गया है। यह समारोह बीजिंग में बिना किसी रोक-टोक के संपन्न हो गया है।हालांकि, एथेंस में चीन को लौ सौंपने के लिए एक समारोह में, तीन प्रदर्शनकारियों ने "नो जेनोसाइड गेम्स" पढ़ने वाला एक बैनर फहराया और एक तिब्बती झंडा लहराया था। अधिकार समूहों ने तिब्बत, शिनजियांग और हांगकांग में मानवाधिकारों के अत्याचारों के विरोध में बीजिंग खेलों के बहिष्कार का आह्वान किया है।लेकिन चीन ने उन दावों को खारिज कर दिया है।

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