चयन को लेकर विवाद पुरुष क्रिकेट में नहीं होते बल्कि महिला टीम में भी होते हैं गुरुवार को भारतीय महिला समिति चयन समिति में खेले जाने वाले टी20 विश्वकप के लिए भारतीय टीम का ऐलान किया तो फेन्स टीम में लोकप्रिय ऑलराउंडर जेमिमा रॉड्रिगुएजऔर शिखा पांडे का नाम न देखकर हैरान रह गए सोशल मीडिया और फैंस के बीच को लेकर काफी हंगामा भी हुआ।

मीडिया में चर्चा हुई की आखिर किस वजह से इन स्टार खिलाड़ियों को टीम में जगह नहीं दी गई अब इस मामले पर पूर्व क्रिकेटर और नीतू डेविड से सवाल जवाब किया गया तो उनके जवाब ने बीसीसीआई की चयन समिति की पोल भी खोल दी इतना अच्छी तरह समझा दिया है कि ये सेलेक्टर बस रट्टू तोते की तरह बनकर रह गए हैं।

बीसीसीआई ने रविवार को घोषित की एक टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच वनडे मैचों की सीरीज के लिए मिताली राज की घोषित की गई जबकि दूसरी टीम हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम की कप्तानी में घोषित की गई एक एजेंसी ने जब नीतू देवी से दोनों का चयन का सवालकिया गया तो पर चीफ सिलेक्टर नीतू डेविड ने कहा कि हमें बोलने की इजाजत नहीं है अब तो यह साफ है कि जब भी बीसीसीआई किसी बड़ी प्रतियोगिता के लिए टीम का ऐलान करती है तो वह प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करता है।

साल 2020 में टीम चयन के बाद भी तत्कालीन चीफ सिलेक्टर हेमलता काला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के सवालों के जवाब दिए थे जब उनसे पूछा गया कि क्या सिलेक्टिव मीडिया को संबोधित करेंगे इस पर नीतू डेविड ने कहा कि फिलहाल इस बारे में मुझे कुछ भी नहीं पता है इन दो लाइनों से साफ है कि क्रिकेट की सबसे बड़ी संस्था के चीफ सेलेक्टर ओं के होंठ सिले हुए हैं यह वही सिलेक्टर है जो लाखों करोड़ों रुपए का सालाना रिटर्न लेते हैं लेकिन बड़े मुद्दों पर जनहित के और सबसे लोकप्रिय खेल से जुड़े सवालों का सामना नहीं करते या उन्हें इसकी इजाजत नहीं है।

Related News