स्पोर्ट्स डेस्क। भले ही भारत का राष्ट्रिय खेल हॉकी हो लेकिन क्रिकेट को उससे ज्यादा तवज्जो यहां दी जाती हैं। भारत को क्रिकेट का महाकुंभ भी कहे तो गलत नहीं होगा। आज भारत में क्रिकेट खेलने वालों की कमी नहीं हैं, क्रिकेट प्रतिभाओं इतना जमावड़ा हो गया हैं कि नेशनल टीम के लिए खिलाड़ियों के चुनाव में कोई दिक्कत होनी ही नहीं चाहिए। लेकिन इस भीड़ में कई अच्छे खिलाड़ियों का पतन हो जाता हैं। उन्ही में से एक हैं 'पंकज सिंह।

पंकज सिंह राजस्थान राज्य के लिए क्रिकेट खेलते हैं और उनकी आयु अब 33 वर्ष की हैं। बेहद प्रतिभाशाली इस क्रिकेटर को घरेलु क्रिकेट में टॉप प्रदर्शन के बाबजूद नेशनल टीम के लिए हमेशा नजरअंदाज किया जाता रहा हैं। इसका मुख्य कारण तो चयनकर्ता ही जाने लेकिन यह बात सच हैं कि आज फटाफट क्रिकेट के दौर में खेल में सयंम रखने वाले खिलाड़ी कम ही दिखाई देते हैं। पंकज एक बेहतरीन क्रिकेटर हैं।

राजस्थान राज्य की रणजी टीम के लिए पंकज आज के समय में कप्तान और फ़ास्ट बॉलिंग का दायित्व निभाते हैं। ऐसा नहीं हैं कि पंकज को कभी भारत की नेशनल टीम में मौका नहीं दिया गया। उन्हें वर्ष 2010 में वनडे में श्रीलंका के खिलाफ और वर्ष 2014 में इंगलेंड के खिलाफ टेस्ट खेलने का अवसर प्राप्त हुआ हैं। लेकिन उचित अवसर के अभाव में उनके प्रदर्शन का आकलन किये बिना ही उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।

पंकज ने कई बार पूरे वर्ष रणजी मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया लेकिन उन्हें नेशनल टीम में जगह नहीं मिल सकी। हालांकि अब पंकज राजस्थान के लिए खेल रहे हैं और राजस्थान में अपनी अकेडमी के जरिये कई युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं।

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