जयपुर।पुरुषों का टी20 वर्ल्ड कप 17 अक्टूबर 2021 से शुरू होकर 14 नवंबर 2021 के बीच खेला जाएगा।इस बार टी20 वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत कर रहा है, लेकिन कोरोना के चलते यह टूर्नामेंट यूएई और ओमान में खेलें जायेंगे।इस बार टी20 वर्ल्ड कप के नियमों में बदलाव किया गया है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(आईसीसी) ने आगामी टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर बड़ा फैसला लिया है।आईसीसी ने इस टूर्नामेंट में डीआरएस नियम लागू करने की घोषण की है। यूएई और ओमान में होने वाले पुरूष टी-20 वर्ल्ड कप में पहली बार डीआरएस नियम का इस्तेमाल किया जाएगा।


आईसीसी ने खेल के नियमों में डीआरएस को शामिल किया —
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने यूएई और ओमान में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप मेें डीआरएस नियम को लागू करने की घोषणा की है। एक रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक टीम को प्रत्येक पारी में डीआरएस नियम का केवल दो बार ही इस्तेमाल करने का मौका मिलेंगा।इससे पहले टी20 वर्ल्ड कप में कभी भी डीआरएस नियम लागू नहीं था।

डीआरएस का किसी आईसीसी टी20 टूर्नामेंट में पहली बार वेस्टइंडीज में खेले गए महिला टी-20 वर्ल्ड कप 2018 में उपयोग किया गया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में 2020 में खेले गए महिला टी20 वर्ल्ड कप में भी इस प्रणाली का हुआ था।

किस प्रकार होता है, डीआरएस नियम का इस्तेमाल—
अगर फील्ड अंपायर फील्डिंग कर रही टीम के खिलाड़ियों की अपील को ठुकरा देता है और कप्तान को लगता है कि यह आउट दिया जाना चाहिए था, तो कप्तान डीआरएस की मांग कर सकता है, जिसके बाद फैसला टीवी अंपायर के पास जाता है।आईसीसी ने फील्ड अंपायर द्वारा खिलाड़ियों को आउट देने में होने वाली गलती को सुधारने के लिए डीआरएस का नियम बनाया था। रिप्ले देखने के बाद टीवी अंपायर यह फैसला करते हैं कि खिलाड़ी आउट है या नहीं। इसी तरह से अगर बल्लेबाजी कर रही टीम को लगता है कि अंपायर ने उसे गलत आउट दिया है तो वह भी डीआरएस की मांग कर सकता है।

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