स्पोर्ट्स डेस्क. इस बार एशिया कप से खिताब जीते बिना ही भारतीय क्रिकेट टीम को अपने देश वापस लौटना पड़ा लेकिन टीम ने अपने सफर का अंत उस अंदाज में किया जिसकी जरूरत भारतीय क्रिकेट टीम के फैंस को थी। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने सफर का अंत जिस तरह से किया ऐसी उम्मीद शायद ही किसी ने की होगी अपने आखिरी मैच में भारतीय टीम ने अफगानिस्तान को 101 रनों से हराया। भारतीय टीम की इस जीत ने अपने फैंस को कितनी राहत दी उससे ज्यादा खुशी और सुकून इस बात से मिला कि इस जीत में विराट कोहली के शतक का इंतजार भी खत्म हो गया जबकि इस मैच में भुवनेश्वर कुमार ने भी अपना कहर बरपाया।

टीम इंडिया ने दुबई के जिस मैदान पर लगातार चौथे मैच मैं पहले बल्लेबाजी की और लगातार दो हार के बाद इस मैदान में उतरी उस मैदान को विराट कोहली और भुवनेश्वर कुमार के शानदार प्रदर्शन ने खास बना दिया। भारतीय टीम की इस जीत से भले ही टीमें यह किस्मत एशिया कप में नहीं बदल पाई लेकिन कोहली की किस्मत जरूर बदल गई जो इस टूर्नामेंट में आने से पहले बहुत ज्यादा दबाव में थे और रन के लिए जमकर संघर्ष कर रहे थे।

* कोहली के शतक का खत्म हुआ इंतजार :

इस मैच के दौरान राहुल ने अपना पहला अर्धशतक लगाया और एक बड़ा शॉट खेलने की कोशिश करते हुए आउट हो गये वहीं इस मैच में सूर्यकुमार यादव ने अपनी पहली ही गेंद पर छक्का लगाया लेकिन अगली ही गेंद पर अपना विकेट भी गंवा दिया। ऐसे में ऋषभ पंत के साथ कोहली ने साझेदारी करते हुए पारी को आगे बढ़ाया। पंत अपनी पूरी लय में नहीं थे लेकिन विराट कोहली को रोकना मुश्किल हो गया था फिर आया 19वां ओवर जहां कोहली ने पहली गेंद पर चौका जमाया और अगली शॉर्ट पिच गेंद को मिड विकेट पर फुल करके छक्का लगा दिया। इस मैच में विराट कोहली ने आखिरी ओवर में दो लगातार छक्के और एक चौका जमाया और वह आखरी तक नाबाद रहे इस मैच में सिर्फ 61 जनों में छह छक्के और 12 चौकों के साथ विराट कोहली ने कुल 122 रन बनाए।

* अफगानिस्तान भुवनेश्वर के आगे हुआ पस्त :

भारतीय टीम ने इस साल टूर्नामेंट में 212 जनों का सबसे बड़ा स्कोर बनाया है। इसके जवाब में जब अफगानिस्तान की टीम बल्लेबाजी करने के लिए मैदान में उतरी तो किसी ने भी उम्मीद नहीं की थी कि शुरुआती 7 ओवर के अंदर ही अफगानिस्तान के टीम के 6 विकेट गिर जाएंगे। इस मैच के दौरान भुवनेश्वर कुमार ने पारी के पहले और तीसरे ओवर में दो-दो विकेट हासिल किए जबकि छठे ओवर में अर्शदीप में कप्तान मोहम्मद नबी का विकेट हासिल कर 20 रन तक आधी टीम को ढेर कर दिया। इस मैच के दौरान विराट कोहली की तरह ही भुवनेश्वर कुमार ने भी अपना मकाम हासिल किया और साथी और मैं लौटकर पारी में अपना पांचवा विकेट हासिल किया इस मैच के दौरान यह ओवर भुवनेश्वर कुमार का आखरी ओवर था इस मैच के दौरान भुवनेश्वर कुमार ने सिर्फ 4 रन देकर 5 विकेट लेने का अपने कैरियर का सबसे सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा अपने नाम किया।

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