टोक्यो ओलिंपिक में भारत की मीराबाई चानू ने पहला सिल्वर मैडल जीता है। मीराबाई चानू द्वारा मैडल जीतने के बाद से वे बेहद चर्चा में है। उनकी फोटोज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लेकिन जब भी कोई एथलीट जीतते हैं तो वो आने मैडल को दांत से दबाते हुए नज़र आते हैं।

लेकिन, कभी आपने सोचा है कि आखिर खिलाड़ी ऐसे क्यों करते हैं और उनके ऐसा करने की पीछे क्या वजह होती है? इसी के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

ऐसे समझा जाता है यह सिर्फ फोटो क्लिक करने के लिए प्लेयर ये पोज देते हैं और इसके पीछे कोई खास वजह नहीं है। फोटोग्राफर्स की डिमांड पर ही ये फोटो क्लिक करवाते आ रहे हैं। ये शुरू से ही चलन में है।

पहले लोग सोने की परख काटकर ही करते थे, क्योंकि इसे दांतों से आसानी से दबाया जा सकता है। एक गोल्ड मैडल की बात करें तो इसमें सिर्फ 1.34 पर्सेंट ही गोल्ड होता है। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया है कि गोल्ड मैडल करीब 556 ग्राम का होता है, जिसमें 6 ग्राम सोना होता है और बाकी यह चांदी से बना होता है।

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