जानें उस क्रिकेटर की कहानी जिसने कप्तान के लिए दिया था अपना खून !
बतौर बल्लेबाज जो अपने करियर की शुरुआत की थी। भारत के सफल ऑलराउंडर में से एक रहे। 1950 और 60 के दशक में भारतीय टीम को अपनी सेवा देने वाले चंदु बोरडे इनका जन्म 21 जुलाई को हुआ है। ये अपने समय का बहुत ही बेहतरीन बल्लेबाज थे।
1) बोरडे का जन्म 21 जुलाई 1934 एक मराठी क्रिस्चन परिवार में पुणे में हुआ था। इनके छोटे भाई रमेश ने महाराष्ट्र की ओर से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेलते है।
2)1952 में चंदु बोरडे ने महाराष्ट्र के लिए बहुत ही शानदार डेब्यू किया था। और 1955 में वो बरैदा चले गए।
3)1960 के में बोरडे और सलीम दुरानी की स्पिन जोड़ी बहुत ही अच्छी थी। और दोनों ने मिलकर मैदान पर कई बार अपने अच्छे प्रदर्शन दिखाए है।
4)1961 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मैच में नारी कॉन्ट्रैक्टर को चार्ली ग्रिफिथ ने सिर पर मार दिया। बोरडे फिर मैदान पर गए। और बाद में उन्होंने नारी कॉन्ट्रैक्टर के लिए अपना खून भी दान में दिया था।
5) साल 1964 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच के में बोरडे ने आखिरी दिन बहुत ही एक्टिव होकर और शानदार बल्लेबाजी की और भारत को जीत दिलाई। उस जीत के बाद दर्शको ने उनको कंधे पर उठा लिया और उनका नया बल्ला भी ले लिया।
6) 1964-65 के बीच बोरडे ने शानदार मैचों में 1,604 रन बनाए थे, जो एक रिकॉर्ड था। साल 2016-17 के सीजन में इस रिकॉर्ड को भारत के चेतेश्वर पुजारा ने तोड़ा।
7) साल 1967 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलने वाली रेस्ट ऑफ इलेवन में बोरडे ने जगह बनाने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी थे।
8) क्रिकेट की दुनिया में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए चंदु बोरडे को साल 1966 में अर्जुन अवार्ड का पुरस्कार भी मिला था और साल 1969 में उन्हें पद्मश्री दिया गया और साल 2002 में उन्हें पद्म भूषण भेंट में दिया गया। इसके अलावा साल 2006 में उन्हें सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला।
9) साल 1989 में जब सचिन तेंदुलकर ने भारत के लिए अपना डेब्यू किया तब बोरडे भारतीय टीम के मैनेजर थे। इसके अलावा वो साल 2007 में भी भारत के इंग्लैंड दौरे पर टीम के मैनेजर थे।
10) बोरडे ने अपने करियर में 55 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 3061 रन बनाने के साथ-साथ 52 विकेट भी चटकाए। इसके अलावा 251 फर्स्ट-क्लास मैचों में उन्होंने 12805 रन बनाए है और 331 विकेट चटकाने का कारनामा भी किया है।