विश्व कप का जश्न मनाने वाले एक 'कसंर्ट' से हजारों प्रशंसकों को अधकारियों ने वापस भेज दिया। इतने से छोटे देश में फुटबॉल के महासमर के लिए 12 लाख फुटबाल प्रेमियों के पहुंचने की उम्मीद है। निराश प्रशंसकों को आयोजन स्थल के बाहर कतर की पुलिस, सुरक्षा गार्ड और अन्य ने इशारा करती बड़ी बड़ी 'फोम' की ऊंगलियों, बुलहार्न और यातायात नियंत्रण करने वाले डंडों से हजारों लोगों को हटाया। कतर ने टूर्नामेंट स्टेडियम से बीयर की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है जिससे 'फैन जोन्स' ही फीफा से जुड़े क्षेत्र होंगे जहां 'अल्कोहल' युक्त बीयर परोसी जायेगी जिससे ज्यादा से ज्यादा प्रशंसक इन जगहों पर इकट्ठा होंगे। मुंबई से यहां पहुंचे एक 30 वर्षीय ट्रक ड्राइवर ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ''हम जानते हैं कि यहां पुलिस जो कहती है वो होता है। इस ड्राइवर को और उसके दोस्तों ने 'फैन जोन' में आने का फैसला किया था लेकिन उन्हें वापस कर दिया गया। उन्होंने कहा, हमें वापस लौटने का दुख है क्योंकि यह बहुत ही जल्दी है। हम कुछ नहीं कर सकते।


फीफा का राजस्व सात अरब डालर के पार

फुटबाल की वैश्विक संचालन संस्था फीफा ने रविवार को बताया कि उसने कतर में विश्व कप 2022 तक चार साल के व्यावसायिक करार से रिकार्ड सात अरब 50 करोड़ डालर का राजस्व हासिल किया। फीफा ने अपने 200 से अधिक सदस्य देशों के अधिकारियों के समक्ष आय का खुलासा किया। रूस में 2018 में हुए विश्व कप से जुड़े चार साल के चक्र में हुई राजस्व कमाई से यह एक अरब डालर अधिक है।

विश्व कप के मेजबान देश के साथ हुए व्यावसायिक अनुबंधों से यह अतिरिक्त कमाई हुई है। कतर एनर्जी शीर्ष स्तर के प्रायोजक के रूप में जुड़ा है और तीसरे टीयर के प्रायोजकों में कतर का बैंक क्यूएनबी और टेलीकॉम कंपनी ओरेडू शामिल है। फीफा के साथ इस साल दूसरे टीयर का प्रायोजक वित्तीय कंपनी क्रिप्टो.कॉम भी जुड़ी।

भारत में भी विश्व कप का खुमार

फुटबाल विश्व कप का खुमार कोलकाता में अपने चरम पर है। फुटबाल के जुनूनी प्रशंसक दुकानों के बाहर कतार लग कर खरीदारी कर रहे है। मैदान बाजार के एक दुकानदार आजिज शेख ने कहा, हम पिछले एक सप्ताह से भारी मांग देख रहे हैं। अर्जेंटीना के झंडे और जर्सी की सबसे अधिक मांग है, इसके बाद ब्राजील का स्थान है। हम उम्मीद करते हैं कि यह जोश पूरे विश्व कप के दौरान जारी रहेगा। शेख ने कहा कि पिछले चार दिनों से रोजाना औसतन करीब 500 जर्सी बिक रही हैं। टी-शर्ट और शार्ट्स वाले जर्सी सेट की बाजार में कीमत छह से आठ सौ रुपये है, सामान्य आकार के झंडे की कीमत 150 रुपये है। शेख ने कहा कि बाजार में दो साल के उम्र के बच्चों के लिए भी जर्सी उपलब्ध हैं, जिसकी कीमत 300 रुपये प्रति सेट से शुरू होती है।

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