कौन हैं प्रधानमंत्री मोदी के उत्तराधिकारी जो ले सकते हैं उनकी जगह?
डेस्क: देश की सेवा में समर्पित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी के बारे में अक्सर लोग जानना चाहते हैं। लोग ना ना तरह की अटकलें लगाते हैं कि नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी कौन होगा? लगातार दो बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने वाले नरेंद्र मोदी यदि चाहे तो तीसरी बार भी पीएम पद का विकल्प चुन सकते हैं। लेकिन इसकी संभावना काफी कम लगती है जिसकी वजह भाजपा का खुद का बनाया हुआ नियम है।
ऐसे में सवाल उठता है कि यदि नरेंद्र मोदी तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री नहीं बनते हैं तो उनका उत्तराधिकारी कौन होगा? भारत कहने को तो एक लोकतांत्रिक देश है लेकिन कई दशकों तक एक परिवार ने ही देश के प्रधानमंत्री पद को संभाला। भले ही वह ऐसा चुनाव जीत कर करते थे। लेकिन उनके परिवार का ही कोई उनका उत्तराधिकारी होता था। जबकि भाजपा में ऐसा नहीं है। यहां परिवारवाद देखने को नहीं मिलता है।
कौन है पीएम नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी?
बात करें 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी की तो
लिस्ट में कई नाम शामिल है। इनमें सबसे प्रमुख योगी आदित्यनाथ और अमित शाह का नाम है। देश के अधिकांश जनता योगी आदित्यनाथ को अगले पीएम के रूप में देखना चाहती है। जबकि कुछ लोग अमित शाह को भी पीएम पद का दावेदार मानते हैं।
1. योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने कार्यों से जनता का दिल जीतने में सफल हुए हैं। देश में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बाद कोई लोकप्रिय नेता है तो वह यकीनन योगी आदित्यनाथ हैं। अपनी तेजतर्रार राजनीति और मीडिया के सामने आ सहज भाव से सच बोलने की उनके प्रवृत्ति के साथ वह जनता के बीच लोकप्रिय नेता के तौर पर उभरे हैं।
Yogi-Adityanath-as-Successor-of-PM-Modi
यदि 2024 में नहीं तो भविष्य में कभी ना कभी योगी आदित्यनाथ अवश्य प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। अभी मात्र 44 वर्ष के योगी आदित्यनाथ के पास पीएम बनने के लिए काफी समय है। लेकिन वह भारत में प्रधानमंत्री पद के दावेदार जरूर हैं। देश की जनता भी उन्हें पीएम के रूप में देखना चाहती है। लेकिन यह बताना मुश्किल है कि वह पीएम पद की जिम्मेदारी कब संभालेंगे।
2. अमित शाह
वर्तमान गृहमंत्री अमित शाह को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता है। कोई राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार अमित शाह मी 2024 के चुनाव में पीएम मोदी की जगह ले सकते हैं। लेकिन वर्तमान राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह का रुझान प्रधानमंत्री पद की ओर ना के बराबर देखने को मिलती है।
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उन्हें देखकर ऐसा लगता है मानो उन्हें प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। बल्कि वह पार्टी के मुख्य रणनीतिकार के रूप में पार्टी को और अधिक मजबूत करने के इच्छुक हैं। लेकिन मोदी मंत्रिमंडल में प्रधानमंत्री के बाद सबसे प्रमुख पद पर कार्यरत होने के बाद यह संभावना बढ़ गई है कि अगले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार अमित शाह ही हो सकते हैं।
3. स्मृति ईरानी
मोदी मंत्रिमंडल में कई अहम मंत्रालयों का पदभार संभालने वाली स्मृति ईरानी भी प्रधानमंत्री मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में उभर रही है। अपने कार्यकाल के दौरान लगातार उन्होंने काफी अच्छे काम किए हैं जिस वजह से भाजपा समर्थकों के बीच में बेहद लोकप्रिय भी हैं। स्मृति ईरानी एक जुझारू, भावुक और बहुत अच्छी वक्ता हैं। लेकिन उनके पास वैचारिक मजबूती का अभाव है। ऐसे में स्मृति ईरानी का पीएम मोदी का उत्तराधिकारी बनने की संभावनाएं तो है लेकिन यह औरों के मुकाबले कम है।
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4. शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कई लोग पीएम मोदी का उत्तराधिकारी मानते हैं। मध्य प्रदेश में पिछले 12 वर्षों से मुख्यमंत्री के पद पर कार्यरत शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल के दौरान कई अच्छे काम किए हैं जिस वजह से हैं बीजेपी समर्थकों के बीच वह काफी लोकप्रिय हुए हैं। लेकिन फिलहाल यह लोकप्रियता अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी के मुकाबले थोड़ी कम है।
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लेकिन पीएम मोदी और उनके बीच काफी समानताएं होने के कारण भविष्य में शिवराज सिंह चौहान के पीएम मोदी का जगह लेने की संभावनाएं बढ़ जाती है। बता दें कि दोनों ही बहुत कम उम्र में आरएसएस में शामिल हो गए थे। साथ ही दोनों ने एक दशक से भी अधिक समय तक भारत के प्रमुख राज्यों पर शासन किया है।
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5. देवेंद्र फडणवीस
2014 के बाद से ही देवेंद्र फडणवीस भाजपा के नए चेहरे के तौर पर उभरे हैं। वर्तमान में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने पिछले कुछ समय में काफी लोकप्रियता हासिल की है। हालांकि जनता उन्हें नरेंद्र मोदी के तत्काल उत्तराधिकारी के रूप में नहीं देखती है। लेकिन फिर भी भविष्य में अवसर पाने के लिए उनके पास अभी काफी समय है। विशेषज्ञों द्वारा आगे चलकर उनके प्रधानमंत्री बनने की प्रबल संभावनाएं व्यक्त की जाती है।