VIDEO: केजरीवाल के सबसे बड़े 'झूठ' का हुआ पर्दाफाश, उनके साथी नेता का बड़ा खुलासा
नई दिल्ली: दिल्ली के डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया इन दिनों सीबीआई के रडार पर हैं। इसी बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का एक बड़ा झूठ सामने आया है और उनकी पोल एक ऐसे नेता ने खोल दी है जो कभी उनके सहयोगी थे। दरअसल, आप के पूर्व नेता और वर्तमान में किसान नेता की भूमिका निभा रहे योगेंद्र यादव ने दिल्ली में आबकारी नीति को लेकर चल रहे विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने परमजीत कात्याल के एक पुराने वीडियो पर बयान देते हुए कहा कि उन्हें घटना की जानकारी थी।
If Arvind Kejriwal is done nominating Satyendra Jain for Padma Vibhushan, Sisodia for Bharat Ratna and himself for Oscars, he should explain why the new liquor excise policy was reversed immediately after inquiry was ordered, how much bribe was received, total loss to Delhi Govt? pic.twitter.com/1N8a8sxoe8 — Amit Malviya (@amitmalviya) August 23, 2022
योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया, "परमजीत जी ने 7 साल पहले मुझे इस घटना के बारे में बताया था। तब मैंने पूछताछ की और पाया कि उनकी बात पूरी तरह से सच थी। अरविंद केजरीवाल के आदेश पर दिसंबर 2013 में उनके ही विधायक को नाम से पुकारा गया। भाजपा की इस तरह की हरकतों से हमारा आप नेतृत्व से मोहभंग हो गया।'' शराब नीति को लेकर आप और भाजपा के बीच जारी खींचतान के बीच भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मंगलवार रात ट्वीट कर एक नया वीडियो शेयर किया।
अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा, 'अगर अरविंद केजरीवाल सत्येंद्र जैन को पद्म विभूषण के लिए, सिसोदिया को भारत रत्न के लिए और खुद को ऑस्कर के लिए नामित करते हैं, तो उन्हें बताना चाहिए कि जांच के तुरंत बाद नई शराब आबकारी नीति का आदेश दिया जाता है। इसे क्यों उलट दिया गया? इसके लिए आपको कितनी रिश्वत मिली? दिल्ली सरकार को कुल कितना नुकसान हुआ है?' इसके साथ ही अमित मालवीय ने एक पुराना वीडियो भी शेयर किया है, जो आप के पूर्व सचिव परमजीत सिंह कात्याल का है। दरअसल, केजरीवाल ने एक समय बीजेपी पर आप पर 35 आप विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
नई आबकारी नीति से दिल्ली सरकार को 3,000 करोड़ एक्साइज ड्यूटी में और 3,500 करोड़ रेवेन्यू में नुकसान हुआ।
नुकसान क्यों हुआ और वो धन कहां गया?
कट्टर ईमानदार का चोला ओढ़ने वाले केजरीवाल जी, जवाब दीजिए। pic.twitter.com/hFrVzPH0qN — BJP (@BJP4India) August 23, 2022
लेकिन, परमजीत कात्याल ने दावा किया है कि उन्हें और अन्य को अरुण जेटली और नितिन गडकरी जैसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं का नाम लेने का निर्देश दिया गया था ताकि आप विधायकों को पैसे के बदले पार्टी से ब्रेक की पेशकश की जा सके। कात्याल ने कहा, 'मजेदार बात यह है कि जब हमने टीवी पर अरविंद केजरीवाल को यह कहते सुना कि बीजेपी उनके विधायकों को बहका रही है और उन्हें खरीदने की कोशिश कर रही है और उन्हें 35 लाख की पेशकश कर रही है। मुझे पहली बार एहसास हुआ कि मैं कुछ गलत कर रहा था। दरअसल ये फोन खुद केजरीवाल ने बीजेपी नेताओं के नाम से लगाए और फिर बीजेपी पर झूठा आरोप लगाकर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश की, अब आप के पूर्व नेता योगेंद्र यादव ने भी केजरीवाल के इस झूठ का पर्दाफाश किया है।'