यूएस ने 4 चिनूक सैन्य हेलीकॉप्टर्स की आपूर्ति रविवार को इंडियन एयरफोर्स के लिए गुजरात में मुंद्रा बंदरगाह पर की। अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोईंग द्वारा निर्मित चिनूक के वायुसेना में शामिल होने के बाद देश की सुरक्षा प्रणाली को मजबूती मिली है। आपको याद दिला दें कि चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिए ही अमेरिका ने आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में घुसकर मार गिराया था।

भारतीय वायुसेना में इन हेलिकॉप्टरों के इस्तेमाल के लिए वायुसेना को ट्रेनिंग भी दी गई थी। इंडियन एयरफोर्स के 4 पायलट और 4 इंजीनियर अमेरिका में चिनूक हेलीकॉप्टर को आपरेट करने की ट्रेनिंग ले चुके हैं।

इस हेलिकॉप्टर में एक बार में गोला बारूद, हथियार के अलावा 300 सैनिक भी जा सकते हैं। अभी तक इंडियन एयरफोर्स में रूसी Mi-17 जैसे मिडियम श्रेणी सैन्य हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा था।

चिनूक हेलिकॉप्टरों को सबसे पहले चंडीगढ़ लाया जाएगा, इसके बाद इन्हें वायुसेना में शामिल किया जाएगा। युद्ध के दौरान चिनूक सैनिकों, हथियारों, उपकरण और ईंधन को ढोने के काम आता है।

यहां तक कि मानवीय और आपदा राहत अभियानों में भी चिनूक का इस्तेमाल किया जा सकता है। बता दें कि चिनूक एक मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर है, जिससे भारत के सशस्त्र बलों को काफी मजबूती मिलेगी।

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