मेरठ जिले के 16 निकायों में चुनाव होना है। सभी निकायों के 316 वार्डों के आरक्षण की तैयारियों को गुरुवार को अंतिम रूप दिया गया। सबसे अधिक जोर नगर निगम के 90 वार्डों के आरक्षण को लेकर रहा। नगर निगम द्वारा शासन द्वारा निर्धारित किए फार्मूले के आधार पर आरक्षण तय कर प्रस्ताव प्रस्तुत कर दिया गया। डीएम ने अधिकारियों के साथ प्रस्ताव को लेकर चर्चा की और प्रजेंटेशन देखा। इसके अलावा शाम के समय कमिश्नर ने भी वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा की और समय से तैयारियों को पूरा करने के लिए निर्देश दिए।


तैयारियों को समय से करें पूरा
गुरुवार को कलक्ट्रेट में समीक्षा के दौरान वार्डों के आरक्षण, सुरक्षा, ईवीएम की उपलब्धता, मतदान केंद्रों की स्थिति आदि को लेकर चर्चा की। साथ ही चुनाव से पहले सभी तैयारियों को पूरा करने के लिए निर्देश दिए। उधर, डीएम दीपक मीणा ने भी अधिकारियों के साथ वार्ड आरक्षण को लेकर चर्चा की और जांच करते हुए अन्य तैयारियों को समय से पूरा करने के लिए निर्देश दिए। ऐसे ही शाम के समय कमिश्नर सेल्वा कुमार जे. ने भी वर्चुअल माध्यम से बैठक कर निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा की।


सबसे अधिक प्रभावित होंगे एससी वर्ग के वार्ड
मेरठ नगर निगम द्वारा तैयार किए गए आरक्षण में सबसे अधिक प्रभाव एससी वर्ग के वार्डों पर प्रभाव पड़ेगा। निर्धारित फार्मूले और अवरोही क्रम में वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर आरक्षण तय किया गया है। ऐसे में वर्ष 2017 में हुए चुनाव के दौरान वार्ड एक से आठ तक एससी महिला और पुरूष वर्ग के लिए आरक्षित थे। कुल 15 वार्डों को एससी वर्ग के लिए आरक्षित किया गया था। इस बार एससी वर्ग के लिए वार्ड संख्या नौ से आरक्षण किया जाएगा और वार्ड संख्या 30 तक आरक्षण होगा। वार्ड 17 के बाद सीधे 22 को आरक्षित किया जाएगा।

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