दोस्तों, आपको यह बता दें कि नरेंद्र मोदी 68वां जन्मदिन इस बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मनाएंगे। 19 घंटे वाराणसी में रहने के दौरान वह गरीब बच्चों के बीच रहेंगे तथा 500 करोड़ रूपए की परियोजना का शिलान्यास करेंगे।

जे मार्शगटन और प्रख्यात न्यायविद डॉ. आदिश सी. अग्रवाल ने 672 पृष्ठ की पीएम मोदी की जीवनी लिखी है। इस किताब का नाम है नरेंद्र मोदी-ए करिज्मैटिक एंड विजनरी स्टेट्समैन। जी हां, इस किताब में नरेंद्र मोदी को पिछले सात दशक का सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री बताया गया है। इस किताब से पीएम मोदी की दिनचर्या का भी खुलासा हुआ है, जिसके बारे में देश का हर नागरिक जानने की उत्सुकता रखता है।

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने एक बार मजाकिया लहजे में कहा था कि पीएम मोदी ना खुद सोते हैं और ना ही अपने मंत्रियों को सोने देते हैं। जी हां, दोस्तों यह बिल्कुल सच है कि नरेंद्र मोदी सुबह 4 बजे जग जाते हैं। इसके बाद दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर प्राणायाम, योगासन और सूर्य नमस्कार करते हैं। यही उनकी अदम्य ऊर्जा और फिटनेस का राज है।

अपने दिनचर्या की शुरूआत पीएम मोदी अदरक की चाय पीकर करते हैं। सुबह आठ बजे नाश्ते में वह उबला या भूना हुआ चना खाते हैं। इसके बाद अखबार पढ़ते हैं। राष्ट्रीय व क्षेत्रीय अखबारों में वह अपनी नीतियों के अलावा सकारात्मक तथा नकारात्मक आलेखों को भी पढ़ते हैं।

दिल्ली में होने पर पीएम मोदी सटीक 9 बजे अपने कार्यालय पहुंच जाते हैं। पीएम मोदी अपने निवास नहीं बल्कि कार्यालय से काम करना कुछ ज्यादा पसंद करते हैं। 11.30 बजे ही वह दोपहर का भोजन करते हैं। जिसमें कढ़ी, खिचड़ी, उपमा, भाखड़ी और खाखरा शामिल होता है। इसके बाद वह कामकाज में जुट जाते हैं।

रात में ठीक 10 बजे वह भोजन करते हैं। भोजन करते समय टीवी देखना उन्हें बहुत पसंद है। इसी दौरान वह न्यूज चैनल भी देखते हैं। विशेषकर समसामयिक मुद्दों पर परिचर्चा वह बहुत ध्यान से देखते हैं। इसके बाद ई-मेल चेक करना और उनका जवाब देना पीएम मोदी की दिनचर्या में शामिल है।

देर रात एक बजे सोने से पहले वह अपने मित्रों तथा परिजनों को फोन करना कभी नहीं भूलते हैं। दिनभर में केवल यही वह क्षण है जो उनका ​अपना निजी समय है। मोदी की खास टीम में निपेंद्र मिश्रा, अजित डोभाल, डॉ. हिरेन जोशी और अमित शाह का नाम शामिल है।

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