इंटरनेट डेस्क। पूरी दुनिया भारतीय सेना की ताकत और जज्बे का लोहा मानती हैं। देश के लिए मर मिटने वाले सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए भारत सरकार द्वारा 'महावीर चक्र' प्रदान किया जाता हैं।

अगर इसके वरीयता की बात करे तो यह 'परमवीर चक्र' के बाद भारतीय वीरों को दिया जाने वाला दूसरा सबसे बड़ा सम्मान हैं। महावीर चक्र गोलाकार और निर्धारित मानक की चाँदी से निर्मित होता है।

वीरता की निशानी चक्र से नहीं होती लेकिन उन वीरों को गौरवांतित करने के लिए यह एक सम्मान हैं। महावीर चक्र को मरणोपरांत भी दिया जा सकता हैं। असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाने वाले महावीर चक्र के अग्रभाग पर पांच कोनों वाला उभरा हुआ तारा उकेरा गया है जिसके कोने गोलाकार किनारों को छूते हैं। इस पदक का व्यास 1.38 इंच का है।

वरीयता क्रम में यह परमवीर चक्र के बाद आने वाले महावीर चक्र के केंद्र भाग में राज्य का प्रतीक अपने ध्येय के साथ उकेरा गया है जो की उभरा हुआ है। तारा पॉलिश किया हुआ है और केन्द्र भाग स्वर्ण रंजित है। इसके पीछे के भाग पर हिन्दी और अंग्रेजी शब्दों के बीच में दो कमल के फूलों के साथ हिन्दी और अंग्रेजी दोनों में महावीर चक्र उकेरा गया है। इसके साथ आधा सफेद रंग और आधा नारंगी रंग का एक फीता जोड़ा गया हैं।

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