एससी-एसटी एक्ट मामले में सवर्णों की अगुवाई करने चला है यह पॉपुलर कथावाचक
शांतिदूत देवकी नंदन ठाकुर ने 4 सितंबर 2018 को ग्वालियर से यह बयान दिया कि हमने दो महीने का समय लिया है, अगर कुछ हल मिला तो हम कुछ नहीं करेंगे, लेकिन हल नहीं मिला तो हम वह करेंगे जो भारत के इतिहास में आज तक कभी नहीं हुआ है।
जी हां, दोस्तों, एससी-एसटी एक्ट पर सवर्णोें के पाले में खड़े कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर जो खुद को शांतिदूत बताते हैं, अब सरकार को ऐसी चेतावनियां दे रहे हैं। टीवी के अलावा सोशल मीडिया पर भी देवकीनंदन का खासा जलवा है। कथा वाचन के दौरान देवकीनंदन अग्रेंजी बोलने से भी नहीं चूकते हैं। इनका टीवी प्रचवन परंपरागत भागवत कथा नहीं बल्कि किस्से, कहानियां, चुटकुले जैसी पैकेजिंग से कुछ ज्यादा हिट होता है।
12 सितंबर 1978 को जन्मे देवकीनंदन का मूल निवास मथुरा का ओहावा गांव है। 6 साल की उम्र से ही वह कृष्ण लीला में कृष्ण तथा रामलीला में राम बनते आ रहे हैं। रामलीला के दिनों में लोग उन्हें ठाकुरजी कहते थे। एक वेबसाइट पर दावा किया गया है कि महज 13 साल की उम्र में ही देवकीनंदजी को भागवत गीता याद हो गई थी। 18 साल की उम्र में उन्होंने कथावाचन शुरू कर दिया था।
शाहदरा के श्रीराम मंदिर से कथा वाचन की शुरूआत करने वाले देवकीनंदन ठाकुर आज की तारीख में विदेशों में भी कथावाचन करते नजर आते हैं। इनके कथा वाचन में कभी चुटकुले, कहानी, कभी ब्रज तो कभी व्यंग्य का समावेश आसानी से देखा जा सकता है। कथावाचन के दौरान देवकीनंदन पेट्रोल के दामों से लेकर महंगाई के मोड में भी आ जाते हैं।
बताया जा रहा है कि जब 6 सितंबर को सवर्णों ने भारत बंद का ऐलान किया, तब इसके पीछे देवकीनंदन ठाकुर का भी बड़ा हाथ रहा। वजह थी 4 सितंबर को ग्वालियर को स्वाभिमान सम्मेलन में ग्वालियर में लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के सामने से देवकीनंदन ठाकुर ने सरकार को दो महीने में इतिहास बदलने वाली बात कही थी। देवकीनंदन की यह बात सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। वृन्दावन में विप्र सम्मलेन कर करीब एक लाख लोगों के जुटाने की बात कही गई।
9 सितंबर को खंदौली के सेमरा सवर्णों की महापंचायत होनी थी, लेकिन पुलिस ने नहीं होने दी। अब बताया जा रहा है कि 11 सिंतबर को देवकीनंदन ठाकुर अब इस गांव में पहुंचेगे। यानि एससी-एसटी एक्ट के विरोध से जुड़ी चीजों से देवकीनंदन ठाकुर भी पूरी तरह से जुड़े हुए हैं।
9 सितंबर 2018 को इस बाबा ने अखंड इंडिया मिशन नाम से एक दल बना लियाहै। इस दल का मकसद एससी-एसटी एक्ट के विरूद्ध मुहिम चलाना है। इस दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम देवकीनंदन ठाकुर है। अब देवकीनंदन ठाकुर लोकसभा चुनाव-2019 कहां से लड़ेंगे यह तो वक्त ही बताएगा।