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दोस्तों, आपको जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं। इनमें 142 सीट सामान्य, 33 सीट अनुसूचित जाति और 25 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। चुनाव आयोग ने राजस्थान में विधान चुनाव कराने की तारीख 7 दिसंबर घोषित की है।

बता दें कि ​पिछले 20 साल से राजस्थान में यह खास ट्रेंड चलन में है कि हर पांच साल कोई भी सरकार दोबारा सत्ता वापसी नहीं करती है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को पूरी उम्मीद है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में उसे ही सत्ता नसीब होगी, वहीं सत्तासीन भाजपा हर कीमत पर दोबारा सत्ता में लौटने को बेताब दिख रही है।

आपको बता दें कि राजस्थान के राजनीतिक इतिहास पर एक नजर डाली जाए तो यह पता चल जाएगा कि यहां के प्रत्येक विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी की जीत में मीणा जाति का सबसे ज्यादा योगदान रहता है। दरअसल राजस्थान में मीणा जाति सबसे ज्यादा निवास करती है।

विधानसभा चुनाव-2018 में मीणा जाति का सबसे ज्यादा झुकाव भाजपा के पक्ष में होना बताया जा रहा है। इसके पीछे कई कारण गिनाए जा रहे हैं, जो निम्नलिखित हैं।

- राजस्थान की भाजपा सरकार ने मीणा और मीना विवाद में कोर्ट में खुलकर मीणा जाति का पक्ष लिया। भाजपा सरकार ने कहा कि मीणा और मीना एक ही है।

- मीणा समाज के दिग्गज नेता डॉ किरोड़ी लाल मीणा के बीजेपी में आ जाने से राजस्थान की 90 फीसदी मीणा जाति बीजेपी के पक्ष में आ चुकी है।

- राजस्थान के इतिहास में पहली बार ओपी मीणा को राज्य का मुख्य सचिव बनाया गया है।

- ज्यादातर कृषि कार्य में जुटी मीणा जाति को राजस्थान में बीजेपी सरकार ने 50000 की ऋण माफी देकर किसानों की काफी मदद की है। यहां तक कि किसानों को राज्य में बिजली फ्री देने का भी ऐलान किया है।

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