प्रथम विश्वयुद्ध में इस्तेमाल की गई थीं ये 10 अजीबोगरीब सैन्य कारें
आपको बता दें कि 28 जुलाई, 1914 से लेकर 11 नवंबर 1918 की अवधि प्रथम विश्व युद्ध की है। इस विश्व युद्ध में विभिन्न प्रकार की सैन्य कारों का इस्तेमाल किया गया था, जिनमें लड़ाकू वाहन और बख्तरबंद ट्रक शामिल हैं। आज की तारीख में यह सैन्य कारें भले ही अजीब लगें, लेकिन उस वक्त वही उन्नत तकनीक थी।
1- रूस निर्मित इस बख्तरबंद लड़ाकू वाहन का नाम गारफोर्ड पुतिलोव था। इसका वजन 11 टन था, तथा इसकी स्पीड 18 किमी प्रति घंटे की थी।
2 - जर्मनी निर्मित क्राफ्टवैगन एहरहार्ट उच्च और फ्लैटसाइडेड बख्तरबंद कार का वजन 9 टन था। इसमें करीब 9 लोग बैठ सकते थे।
3 - बख्तरबंद कार अस्टिन ब्रिटेन में निर्मित बख्तरबंद लड़ाकू वाहन था।
4- बजिंग ए5पी जर्मनी में निर्मित बख्तरबंद लड़ाकू कार थी। इसमें 10 लोग बैठ सकते थे। यह कार पूरी तरह से स्टील से बनी थी।
5- बख्तरबंद कार जेफ्री का इस्तेमाल जनरल जॉन पर्सिंग द्वारा कोलंबस में 1916 के पैंचो विला पर्वतारोहण में तथा न्यू मैक्सिको में प्रशिक्षण के लिए किया गया था।
6- ब्रिटेन में निर्मित बख्तरबंद कार लॉन्चेस्टर हवाई ठिकानों को सहायता पहुंचाने एवं मुसीबत में फंसे पायलटों का पता लगाने के लिए इस्तेमाल में ली गई थी।
7- बख्तरबंद कार रॉल्स रायस का इस्तेमाल प्रथम विश्व यु़द्ध एवं द्वितीय विश्व युद्ध दोनों में किया गया था। 1940 में इसका आधुनिकीकरण किया गया।
8- जॉर्जिया के इंजीनियर मिखाइल नाकाशिज द्वारा 1902 में डिजाइन की गई एक फ्रांसिसी बख्तरबंद कार केरॉन की स्पीड 50 किमी प्रति घंटे थी।
9- डेविडसन ऑटोमोबाइल बैटरी बख्तरबंद कार का निर्माण हाईलैंड पार्क, इलिनोइस में रॉयल पेज डेविडसन एवं नार्थ ईस्टर्न मिलिटरी एंड नैवल एकेडमी द्वारा किया गया था।
10- मोटर वॉर कार दुनिया की पहली वास्तविक बख्तरबंद कार थी। इसकी अधिकतम गति 14.5 किमी प्रति घंटे थी।