पटना: राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद से मुलाकात के बाद अचानक उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव पार्टी में सक्रिय हो गए हैं। जब रविवार को कोई भी कार्यालय में नहीं रहता है, तभी तेजप्रताप राजद कार्यालय पहुंचे और अपना दरबार लगाया। वह राजद नेताओं को बताना चाहते हैं कि कोई भी उनकी उपेक्षा नहीं कर सकता।


तेजप्रताप छुट्टियों पर अपने पार्टी कार्यालय पहुंच रहे हैं और अपने लोगों से मिल रहे हैं। राज्य का राजद कार्यालय रविवार को बंद रहता है, पार्टी का कोई भी प्रमुख नेता कार्यालय नहीं पहुंचता है। लेकिन रांची से पटना वापस आने के बाद, तेजप्रताप रविवार को पार्टी कार्यालय पहुंचे और अभी भी अपने समर्थकों से मिल रहे हैं। पार्टी के बाहर, कई लोग टिकट को लेकर बायोडाटा के लिए खड़े हो गए हैं। तेजप्रताप यादव एक-एक कर सभी से मिल रहे हैं। उनमें से कुछ में तेजप्रताप यादव के समर्थक भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव टिकट लाने वाले लोगों से भी नहीं मिलते हैं। ऐसे में तेजप्रताप का मिलना आश्चर्यजनक है।


दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव में भी तेजप्रताप अपने कई समर्थकों को पार्टी का टिकट दिलाना चाहते हैं। इसलिए, इस बार चुनाव से पहले पार्टी सक्रिय हो गई है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने अपने कई समर्थकों के साथ टिकट मांगा था, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। जिसके खिलाफ तेजप्रताप ने स्वतंत्र चुनाव में अपने समर्थकों को खड़ा करके अपनी ही पार्टी के खिलाफ अभियान चलाया था।

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