इंटरनेट डेस्क। मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी अपना भाषण खत्म करने के बाद पीएम मोदी के पास जाकर उनसे गले मिले थे। सदन में राहुल गांधी का पीएम मोदी से लगे मिलना आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है। कोई राहुल गांधी के इस व्यवहार को उनका बड़प्पन तो कोई कह रहा है कि उन्होंने संसद की गरिमा का उल्लंघन किया है। वहीं कुछ लोग इसे राहुल गांधी का बचपना भी करार दे रहे हैं।

बता दें कि पीएम मोदी ने यूपी की शाहजहांपुर रैली में राहुल गांधी के गले मिलने वाली बात पर जबरदस्त टिप्पणी की। पीएम मोदी ने कहा कि जब मैंने राहुल गांधी से अविश्वास प्रस्ताव लाने की वजह पूछी तो वह उसका उत्तर नहीं दे पाए और गले पड़ गए।

रैली में अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि दल के साथ एक और दल हो तो दलदल हो जाता है। उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि जहां दलदल हो वहीं कमल खिलता है।

उन्होंने कहा कि अपना भविष्य आंकने के लिए वे हमारी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आए, लेकिन उनकी यह कोशिश गलत साबित हुई। पीएम मोदी ने कहा कि देश की बेटियां अब जाग चुकी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 70 साल बीते गए लेकिन आप तक बिजली नहीं पहुंची हमारी सरकार आप तक बिजली पहुंचाने का काम कर रही है। जब वो हमारी सरकार गिराने के लिए अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं।

गौरतलब है कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर करीब 12 घंटे की चर्चा के दौरान विपक्षी पार्टियों ने अपने सभी मुद्दे सामने रखे। इसी दौरान अपना भाषण खत्म करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी सीट से उठकर पीएम मोदी के गए उनसे गले मिले। वहीं सदन में केंद्र सरकार ने भी अपनी उपलब्धियां गिनवाई।

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