राहुल गांधी ने फिर मोदी सरकार को घेरा, दिया ये बयान
नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून को लेकर पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस पार्टी द्वारा इसका जमकर विरोध किया जा रहा है। इस विरोध के बीच, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कई किसानों से इस कानून के बारे में बात की। राहुल ने एक बार फिर कृषि कानून का विरोध किया और इसे ब्रिटिश कानून कहा।
महाराष्ट्र के एक किसान ने राहुल को बताया कि महात्मा गांधी ने अंग्रेजों से लड़ने के लिए कई आंदोलन किए थे, आज अगर महात्मा गांधी जीवित होते तो वे इस कानून का विरोध करते। राहुल गांधी ने कहा कि 'तीन कृषि किसानों और विमुद्रीकरण-जीएसटी में कोई अंतर नहीं है। पहले कुल्हाड़ी से पैर को मारा और अब दिल को छेद दिया। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह इस बात को नहीं समझेंगे, ये लोग अंग्रेजों के साथ खड़े थे।
किसानों ने राहुल गांधी को बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बारे में कोई आश्वासन नहीं दिया गया था, इस कानून से केवल अमीरों को लाभ होगा। राहुल ने पूछा कि इस कानून का सबसे बुरा क्या है? इस पर किसान ने जवाब दिया कि अगर उसे अच्छा करना है तो एमएसपी क्यों नहीं लाना है। किसानों ने कहा कि अडानी-अंबानी सीधे किसानों से खरीदेंगे? एक किसान ने कांग्रेस नेता को बताया कि पहले ईस्ट इंडिया कंपनी थी और अब यह कॉर्पोरेट कंपनी आएगी।