पूरा देश इस वक्त स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव 75 वा गणतंत्र दिवस मना रहा है इस मौके पर हाल ही में सरकार की एक अधिकारिक वेबसाइट पर एक पोस्टर जारी किया गया जिसमें स्वतंत्रता सेनानियों में देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु की तस्वीर नहीं होने के बाद कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों द्वारा इस बात पर आपत्ति जताई जा रही थी और सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही थी।

अब इस मामले को लेकर आईसीएचआर इतिहास विभाग द्वारा एक सफाई जारी करते हुए कहा गया है कि इस पूरे मामले को लेकर विवाद हो नाम गैर जरूरी है और उन्होंने कहा कि आने वाले समय पर खुद निकलने वाले पोस्टरों एवं वेबसाइट पर निकलने वाली जानकारियों में जवाहरलाल नेहरु की तस्वीर को भी रखा जाएगा।

आईसीएचआर के एक शीर्ष अधिकारी ने इस मुद्दे पर आलोचना को खारिज करते हुए कहा, ‘‘हम आजादी की लड़ाई में किसी की भूमिका को कमतर करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं। ' उन्होंने कहा इस मामले को लेकर विवाद करने की कोई जरूरत नहीं है और यह पूरी तरह से गैर जरूरी है क्योंकि अमृत महोत्सव के लिए जारी होने वाले पोस्टरों में ऐसे कई पोस्टरों में से यह एक पोस्टर है वहीं उन्होंने कहा कि आने वाले कई पोस्टरों में जवाहरलाल नेहरु की तस्वीर भी सांझा की जाएगी।

रईस पोस्टर के जारी होने के बाद से ही लगातार कांग्रेस इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं सरकार को घेरने की कोशिश कर रही थी। इसके अलावा पी चिदंबरम ने भी इस से लेकर अपनी तीखी टिप्पणी की थी।

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