सरकार ने हाल ही में गांधी परिवार (सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी) से एसपीजी सुरक्षा कवर वापस लिया है और उन्हें सिर्फ अब सीआरपीएफ द्वारा 'जेड +' सुरक्षा मिलेगी।

इस बात पर अब प्रियंका गांधी ने अपना बयान रखा है और कांग्रेस महासचिव ने नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, "यह राजनीति का एक हिस्सा है और ऐसा होता रहता है।"

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सरकार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के शीर्ष स्तर के विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के कवर को रद्द कर दिया। जेड प्लस सुरक्षा में अब तक कम सुरक्षा कर्मियों और दिल्ली पुलिस द्वारा संरक्षित होंगे।

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हालांकि इस कदम के खिलाफ संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र में कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया है। सरकार कह रही है कि यह फैसला गृह मंत्रालय के पैनल द्वारा गांधी को दी जाने वाली सुरक्षा के खतरों पर आधारित है।

सरकार के कदम के बाद, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में अकेले ऐसे शख्स हैं जिन्हे एसपीजी सिक्योरिटी मिलेगी। एसपीजी, एक क्रैक कमांडो बल, बख्तरबंद वाहनों के साथ आता है, घर पर 24 घंटे की सुरक्षा और एक एडवांस लाइजन टीम होती है।

एसपीजी की स्थापना प्रधानमंत्रियों और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए 1985 में की गई थी, जिसके एक साल बाद इंदिरा गांधी की उनके गुर्गों द्वारा हत्या कर दी गई थी।

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