इंदिरा गांधी के विरूद्ध सबसे ज्यादा अविश्वास प्रस्ताव लाने वाला सांसद
इंटरनेट डेस्क। सत्तासीन सरकार के विश्वास मत खोने अथवा बहुमत की कमी महसूस होने पर विपक्ष उसके विरूद्ध सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश करती है। सत्तापक्ष के विरूद्ध विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव केवल लोकसभा में ही पेश कर सकता है, राज्यसभा में नहीं। अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए विपक्ष को लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष कम से कम 50 सांसदों का समर्थन पेश करना जरूरी होता है।
बता दें कि साल 2018 में मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार सहित लोकसभा में विपक्ष की ओर से कुल 27 बार अविश्वास पेश किया जा चुका है। शुक्रवार के दिन विपक्ष द्वारा मोदी सरकार के विरूद्ध अविश्वास प्रस्ताव के दौरान शिवसेना और बीजेद ने वाकआउट किया। इसके बाद मत विभाजन के दौरान मोदी सरकार ने विपक्ष को हरा दिया। सत्ता पक्ष बनाम विपक्ष को क्रमश: 325 और 126 वोट मिले थे।
गौरतलब है कि सबसे ज्यादा अविश्वास प्रस्ताव पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरूद्ध लाया जा चुका है। विपक्ष इंदिरा गांधी के विरूद्ध सर्वाधिक 15 बार अविश्वास प्रस्ताव पेश कर चुका है। इसमें अकेले 4 बार अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले सीपीएम सांसद का नाम ज्योति बसु है। बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु इंदिरा सरकार के विरूद्ध 4 बार अविश्वास प्रस्ताव पेश कर चुके हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली सरकार को विपक्ष के सामने तीन बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा है। जिसमें साल 1996 तथा साल 1999 में वाजेपेयी सरकार सत्ता से बाहर हो गई, लेकिन साल 2003 में पूर्ण बहुमत से बनी सरकार अविश्वास प्रस्ताव के विरूद्ध गिरने से बच गई।