पाकिस्तान ने दोहराई बर्बर करतूत, हेमराज का सिर काटने के बाद अब नरेंद्र का गला काटा
दोस्तों, आपको पाकिस्तान की वह घिनौनी करतूत याद होगी जब 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान भूलवश कैप्टन सौरभ कालिया और 5 अन्य सिपाही दुश्मन देश की सीमा में घुस गए थे। फिर क्या था 20-22 दिन तक अमानवीय प्रताड़ना देने के बाद 6 और 7 जून 1999 को इन भारतीय सैनिकों के शवों को लौटा दिया था। तब से लेकर आज तक पाकिस्तानी सेना की यह घिनौनी करतूत बंद नहीं हुई है।
दोस्तों आपको बता दें कि पाकिस्तान के आतंकी, रेंजर और सेना के जवान ऐसी बर्बर करतूतों को अंजाम देते हैं। पिछले तीन सालों में तीन भारतीय जवानों के साथ ऐसी आमनवीय हरकतें की जा चुकी हैं। आज से पांच साल पहले पाकिस्तानी सेना तथा बैट टीम भारतीय सैनिक हेमराज का सिर काटकर ले गई थी। अभी हाल में ही बीएसएफ के जवान नरेंद्र कुमार का गला काटकर उसके शव को क्षत-विक्षत कर दिया है।
गौरतलब है कि पुंछ जिले के मेंढर इलाके में मनकोट नाले के पास पहरा दे रहे गस्ती दल पर 8 जनवरी 2013 को पाकिस्तान की बैट टीम ने अचानक हमला कर दिया था। इस हमले में लांस नायक सुधाकर सिंह तथा लांस नायक हेमराज शहीद हो गए थे। हमले के बाद शहीद हेमराज का सिर काटकर पाकिस्तान की बैट टीम अपने साथ लेकर चली गई थी।
इतना ही नहीं 5 अगस्त 2013 में सरला एरिया में पाकिस्तान की बैट टीम एक बार फिर से 500 मीटर तक भारतीय सीमा में घुस आई थी। इस दौरान भारत के पांच सैनिक शहीद हुए थे। बता दें कि पाकिस्तान की इस बैट टीम के कुल 22 सदस्यों में स्पेशल ग्रुप के कमांडो, आतंकी और पाकिस्तानी सेना के जवान मौजूद थे।