दोस्तों, मैं आपको भारतीय वायुसेना के इकलौते मार्शल अर्जुन सिंह के बारे में बताने जा रहा हूं, जो 5 स्टार रैंक तक पहुंचे थे। उन्होंने अपने पूरे करियर में 60 अलग-अलग तरह के विमान उड़ाए थे। बता दें कि 1965 की जंग में महत्वपूर्ण योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। जी हां, मार्शल अर्जुन सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी बहादुरी के किस्से सुनकर हर भारतवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।

बता दें कि भारतीय वायुसेना को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना बनाने में मार्शल अर्जुन सिंह ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनसे जुड़ा एक रोचक किस्सा इस प्रकार है।

एक सितंबर,1965 की शाम को पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया था। दोनों देशों के बीच घमासान युद्ध जारी था। जम्मू कश्मीर के अखनूर सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने तबाही मचा रखी थी। तब तत्कालीन रक्षा मंत्री वाईबी चाव्हाण ने एयर स्टाफ के चीफ अर्जुन सिंह से पूछा कि आपके विमान कितनी देर में उड़ान भर सकते हैं।

मार्शल अर्जुन सिंह ने जवाब दिया-बस एक घंटे में। फिर क्या था, महज एक घंटे के अंदर ही वायुसेना के विमानों ने आसमान में उड़ान भर दी। भारतीय वायुसेना के अचानक हमले से पाकिस्तानी सेना चौंक गई और फिर संभल नहीं पाई। इस प्रकार मार्शल अर्जुन सिंह की अगुवाई में भारतीय वायुसेना की टीम ने 1965 के युद्ध में केवल घंटेभर के अंदर पाकिस्तानी सेना को काबू में कर लिया।

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