नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों में कृषि बिल पास होने के बाद अब विपक्षी दल राष्ट्रपति से मिलने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए कई विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से नियुक्ति की मांग की है। इस बैठक में, विपक्ष राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा और अपील करेगा कि वह कृषि संबंधी बिलों पर हस्ताक्षर न करे और इस बिल को अस्वीकार कर दे।

इस मामले में, विपक्ष राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को कृषि विधेयक के बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराएगा। वे रविवार को राज्यसभा में क्या हुआ, इसकी भी जानकारी देंगे। वे 8 सांसदों के निलंबन का मुद्दा भी उठाएंगे, और राष्ट्रपति से उन्हें संसद की कार्यवाही में शामिल करने का अनुरोध करेंगे। कृषि बिलों को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच जमकर रस्साकशी चल रही है।

जहां सरकार इसे किसानों के लिए फायदेमंद बता रही है, वहीं विपक्ष का कहना है कि सरकार मंडी व्यवस्था को खत्म करने की कोशिश कर रही है। विपक्ष यह भी आरोप लगा रहा है कि इन विधेयकों से किसानों को लाभ नहीं होगा, लेकिन केंद्र में मोदी सरकार के पूंजीवादी मित्र इसका फायदा उठाएंगे।

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