पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस नेता फर्जी चर्चा करते हैं। देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े रहें और संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करें। उन्होंने राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह पिछले प्रधानमंत्री का अपमान करते थे और वह वर्तमान प्रधानमंत्री का भी अपमान करते हैं।

जब पूर्व पीएम मनमोहन सिंह विदेश गए, तो राहुल गांधी ने उनकी ओर से लाए गए अध्यादेश को फाड़कर फेंक दिया। वित्त मंत्री के हवाले से यह घटना वर्ष 2013 की है। बता दें कि जब सुप्रीम कोर्ट ने दोषी जनप्रतिनिधियों के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला सुनाया। यूपीए सरकार ने इस फैसले को रद्द करने के लिए एक अध्यादेश जारी किया था। उस समय राहुल गांधी ने यूपीए द्वारा लाए गए अध्यादेश को बकवास करार दिया था और कहा था कि इसे फाड़कर फेंक देना चाहिए।

योजना आयोग (अब नीति आयोग) के प्रमुख मोंटेक सिंह अल्हुवालिया के अनुसार, जब राहुल गांधी ने 2013 में अध्यादेश लाया था, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस्तीफा देना चाहते थे। सीतारमण ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक 'डूम्सडे मैन' थे। लोकसभा में बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए, सीतारमण ने कहा कि चर्चा में बोलते हुए, कांग्रेस नेता को इसका जवाब देना चाहिए था कि कांग्रेस ने कृषि सुधारों पर अपना रुख क्यों बदला।

गौरतलब है कि राहुल गांधी ने गुरुवार को बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए तीन नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे प्रहार किए थे और आरोप लगाया था कि यह 'हम दो, हमरे दो' की सरकार है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इन तीन कानूनों के कारण, बाजार समाप्त हो जाएंगे और कृषि क्षेत्र कुछ बड़े उद्योगपतियों के नियंत्रण में आ जाएगा। वित्त मंत्री ने अपने जवाब के दौरान राहुल गांधी के खिलाफ 10 सवालों का जवाब दिया।

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