इंटरनेट डेस्क। भारतीय नेवी के पास दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस है, जो पलक झपकते ही किसी द्वीप को तबाह कर सकती है। भारतीय नौसेना में शामिल इस मिसाइल के चलते पाकिस्तान और चीन की बोलती बंद हो चुकी है।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि इंडियन नेवी में मौजूद इस सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस को तेग, रणवीर, आईएनएस कोलकाता जैसे युद्धपोतों पर तैनात कर दिया गया है।

हांलाकि इस सुपरसोनिक मिसाइल को भारतीय सेना में साल 2007 में ही शामिल कर लिया गया था। सतह पर मार करने वाली मिसाइल ब्रह्मोस की मारक क्षमता 290 किमी. है। रडार को चकमा देने में माहिर सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की स्पीड एक किमी. प्रति सेंकेंड है।

इस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस को फाइटर प्लेन, युद्धपोत तथा पनडुब्बी के जरिए टार्गेट को निशाना बनाया जा सकता है। यह मिसाइल रूस और भारत की देखरेख में बनी है।

यह दुनिया की एक मात्र सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। रूस और भारत अभी इस क्रूज मिसाइल की गति बढ़ाने को लेकर तेजी से काम कर रहे हैं। इसकी स्पीड बढ़ते ही यह दुनिया की सबसे घातक मिसाइलों में शामिल हो जाएगी।

सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के चलते भारत दुनिया के कुछ चुनिंदा के श्रेणी में शुमार करने लगा है। सबसे बड़ी बात यह है कि सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की कोई तोड़ नहीं है।

गौरतलब है कि एक बार फिर से 19 जुलाई 2018 को इस सुपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण बालासोर के ओडिशा के चांदीपुर टेस्टह रेंज से किया गया। इस परीक्षण का उद्देश्य खराब मौसम में सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस का अपने टार्गेट को निशाना बनाना था, जिसमें यह मिसाइल कामयाब हो गई।

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