विपक्ष के शोर-शराबे के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को पेश किया और अपनी बात रखी। गृह मंत्री ने बिल को आशा की किरण बताते हुए कहा, ''पड़ोसी देशों से आने वाले आतंकियों के लिए आज बहुत जगह बढ़ गई है, उन्होंने विपक्ष को समझाते हुए कहा कि आप मेरी पूरी बात सुनिए और जो भी आप की आशंका है उसे मैं दूर करूंगा।

सबसे पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिमों को नागरिकता मिलेगी। यह झूठ फैलाया जा रहा है कि बिल मुस्लिमों के खिलाफ है। मैं पूछना चाहता हूं कि जो देश के नागरिक हैं, उन्हें किस बात की चिंता है। आप क्या चाहते हैं कि पूरी दुनिया से जो मुस्लिम आएं उन्हें नागरिकता दे दें। इसके बारे में बिल में साफ है कि हम तीन देशों के अल्पसंख्यक शरणार्थियों को ही नागरिकता देने जा रहे हैं।

गृह मंत्री ने ये भी कहा कि यह बिल आशा की किरण दिखाने वाला बिल है. जो लोग यहां रहते हैं और जो पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक हैं वह सब अपने-अपने नागरिक अधिकारों के साथ सम्मान पूर्वक जीवन जी सकेंगे।

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