भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक बयान में आरोप लगाया है कि राज्य के कई इलाकों में सोयाबीन की फसल नष्ट होने के बावजूद शिवराज सरकार और जो ज़िम्मेदार हैं, वे चुप हैं, किसानों की कोई परवाह नहीं की जा रही है। पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि राज्य के कई हिस्सों से किसानों की सोयाबीन की फसल नष्ट होने की खबरें हर दिन सामने आ रही हैं। कुछ चरम मौसम के कारण, कुछ सफेद मक्खी, कुछ स्टेम मक्खी, कुछ पीले मोज़ेक वायरस, सोयाबीन की फसल आ गई है।

ज्यादातर जगहों पर, सोयाबीन के पत्तों के पीले होने, पौधों के सूखने और गलने की शिकायतें आती हैं। फसल के नुकसान का नुकसान राज्य के लाखों किसानों के सिर पर भी पड़ा है। सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए अभी तक कोई निर्णायक निर्णय नहीं लिया है। कमलनाथ ने बयान में कहा कि किसान सरकार की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहा है, वह सर्वेक्षण और राहत की मांग कर रहा है लेकिन जिम्मेदार चुप्पी साध रहे हैं, केवल मुंह से बात करके राहत की सांस ली जा रही है।

कमलनाथ ने आगे कहा कि जो लोग खुद को किसान पुत्र कहते हैं, वे इस मुसीबत की घड़ी में भी अपनी सरकार में किसान भाइयों की देखभाल नहीं कर रहे हैं। वे किसानों को कोई राहत नहीं दे रहे हैं। किसान परेशान है, लगातार कर्ज के बोझ तले दबा जा रहा है।

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