हर देश की बात करे तो देशवासियों के दिल में अपने देश के झंडा को लेकर बहुत मान और सम्मान होता है, वैसे आज हम भारत देश के तिरंगे के बारे में बात करेंगे ,हर भारतीय को भारत के तिरंगे के बारे में यह बात जरूर पता होनी चाहिए, सबसे पहले तिरंगे का निर्माण आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम के निकट भाटलापेन्नुमारु नामक क्षेत्र में रहने वाले देशभक्त पिंगली वेंकैया ने किया था

भारत के आजाद होने के बाद 22 जुलाई 1947 के दिन पं जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा की सहमति से तिरंगे झंडे को कानूनी रूप से राष्ट्रीय ध्वज घोषित कर दिया था। 22 जुलाई 1947 से पहले झंडे के बीच में चक्र की जगह चरखा हुआ करता था


2002 से पहले किसी भी भारतीय को कहीं भी किसी भी समय तिरंगे को फहराने की अनुमति नहीं थी। लेकिन 26 जनवरी 2002 के बाद से किसी भी देशवासी को कहीं भी किसी भी समय सम्‍मान पूर्वक तिरंगे को फहराने की अनुमति मिल गई।

जब तिरंगे को किसी अधिकारी की गाड़ी पर लगाया जाए तो उसे सामने की ओर बीचों बीच या कार के दाईं ओर लगाया जाता है। देश का सबसे ऊॅचा और सबसे बडा तिरंगा रांची के पहाड़ी मंदिर पर फहराया गया यह तिरंगा 66 फुट उंचा 99 फुट चौड़ा है यह तिरंगा जमीन से 493 फीट की ऊंचाई पर है़।


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