कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संक्रमण पर रोक लगाने में लॉकडाउन के प्रभावी नतीजे मिले हैं। प्रधानमंत्री ने करीब 25 मिनट के राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि दूसरे चरण में लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जायेगा ।

प्रधानमंत्री के इस फैसले का जहां हर राजनीतिक दल ने समर्थन किया है। वहीं जदयू से निष्कासित नेता और राजनीतिक रणनीतिकार कहे जाने वाले प्रशांत किशोर ने ट्वीट के जरिये लिखा है कि लॉकडाउन 2 के तर्कसंगत और तौर-तरीकों पर अंतहीन बहस करना व्यर्थ है। हालांकि असली सवाल यह है कि अगर 3 मई तक इस चुने हुए रास्ते पर रहने पर भी परिणाम प्राप्त नहीं मिलता है, तो क्या होगा? क्या हमारे पास कोई वैकल्पिक योजना है या जो है, वो सही है?

यहां आपको बता दें कि प्रशांत किशोर लंबे समय तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में नौकरी कर चुके हैं। उन्होंने गुजरात में कुपोषण पर आलेख लिखा था, जिसके बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपने साथ काम करने के लिए बुलाया था।

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