इंटरनेट डेस्क। पीएम मोदी के आदेश पर मेक इन इंडिया के तहत भारत ने एक शिप का निर्माण किया है, जो दुश्मनों के किसी भी न्यूक्लियर मिसाइलों का पता लगाने में सक्षम है। इस विशेष शिप को मात्र 4 साल के अंदर बनाकर तैयार किया गया है।

प्रतिष्ठित अंग्रेजी समाचार पत्र इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार, दिसंबर तक यह जहाज एनटीआओ यानि नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के हवाले कर दिया जाएगा। इस शिप के जरिए भारतीय सेना की ताकत काफी बढ़ जाएगी, क्योंकि यह दुश्मनों की परमाणु मिसाइलों को मार गिराने में पूरी मदद करेगा।

इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, फिलहाल इस समुद्री सर्वेलांस शिप को वीसी 11184 नाम से तैयार किया गया है। फिलहाल यह शिप परीक्षण से गुजर रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही भारतीय नौसेना तथा एनटीआरओ मिलकर इस निगरानी शिप का परीक्षण करेंगे।

हिन्दुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड ने इस निगरानी शिप को महज 4 साल में बनाकर तैयार कर दिया है। हिन्दुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर रियर एडमिरल एलवी सरत बाबू का कहना है कि इस स्पेशल निगरानी शिप का ट्रायल पूरा हो चुका है। दिसंबर में देश को सौंपने से पहले इस शिप को लेकर कई अन्य टेस्ट किए जाएंगे।

गौरतलब है कि कुल 15 टन वजनी इस निगरानी शिप को बनाने में 725 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। दुश्मनों को भनक तक नहीं लगी और इस निगरानी शिप का निर्माण मात्र 4 साल में बहुत गोपनीय ढंग से कर लिया गया। मेक इन इंडिया का यह निगरानी शिप बड़ी आसानी से दुश्मनों के न्यूक्लियर मिसाइलों का पता लग लेगा।

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